आर अश्विन और वरुण आरोन की धारदार गेंदबाजी के बाद विराट कोहली और सुरेश रैना के अर्धशतकों की मदद से भारत ने चौथे एकदिवसीय क्रिकेट मैच में इंग्लैंड पर छह विकेट की आसान जीत के साथ पांच मैचों की श्रृंखला में 4-0 की बढ़त बना ली.
अप्रैल में यहां वानखेड़े स्टेडियम में ही श्रीलंका को हराकर विश्व चैम्पियन बने भारत ने आज अश्विन (38 रन पर तीन विकेट) और आरोन (24 रन पर तीन विकेट) की बदौलत इंग्लैंड को 220 रन पर ढेर कर दिया.
टीम इंडिया ने इसके बाद कोहली (नाबाद 86) और रैना (80) की दमदार पारियों और दोनों के बीच चौथे विकेट के लिए सिर्फ 18.5 ओवर में 131 रन की साझेदारी की मदद से 59 गेंद शेष रहते चार विकेट से नुकसान पर 223 रन बनाकर मैच अपने नाम किया. कोहली और रैना दोनों को अपनी पारी के दौरान जीवनदान भी मिले.
इंग्लैंड की ओर से स्टीवन फिन सबसे सफल गेंदबाज रहे जिन्होंने 45 रन देकर तीन विकेट चटकाये.
भारत की शुरूआत खराब रही और उसने 21 रन के स्कोर तक ही सलामी बल्लेबाज पार्थिव पटेल (8) और गौतम गंभीर (1) के विकेट गंवा दिये. इन दोनों बल्लेबाजों को फिन ने बोल्ड किया.
सलामी बल्लेबाज अंजिक्य रहाणे (20) भी 37 गेंद तक संघर्ष करने के बाद इस मैच के साथ वनडे में पदार्पण करने वाले स्टुअर्ट मीकर की गेंद पर विकेटकीपर क्रेग कीस्वेटर को कैच दे बैठे.
कोहली और रैना ने तीन विकेट जल्द गिरने के बावजूद सकारात्मक बल्लेबाजी की. कोहली ने युवा लेग स्पिनर स्काट बोर्थविक पर दो चौके जड़े जबकि रैना ने फिन और मीकर की गेंद को बाउंड्री के दर्शन कराये.
कोहली ने 65 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन वह भाग्यशाली रहे क्योंकि बोर्थविक की गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर विकेटकीपर और पहली स्लिप के बीच से चार रन के लिए गई.
रैना ने भी रवि बोपारा की गेंद पर एक रन के साथ 50 गेंद में अपना अर्धशतक पूरा किया. उन्होंने बोर्थविक के ओवर में दो चौकों के साथ शतकीय साझेदारी पूरी करने के बाद अगले ओवर में बोपारा पर भी दो चौके जड़े.
इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक ने 33वें ओवर में गेंद एक बार फिर फिन को थमाई तो रैना ने उनका स्वागत दो चौकों के साथ किया लेकिन इस तेज गेंदबाज ने अगली गेंद पर उन्हें बोल्ड कर दिया.
रैना हालांकि तब तक कोहली के साथ मिलकर भारत को जीत के करीब ले गये थे. उन्होंने 62 गेंद की अपनी पारी में 12 चौके जड़े.
भारत को इस समय जीत के लिए 44 रन की दरकार थी और कोहली ने कप्तान धोनी (नाबाद 15) के साथ मिलकर भारत को आसान जीत दिला दी.
कोहली ने 99 गेंद का सामना करते हुए 11 चौके जड़े.
इससे पहले इंग्लैंड की ओर से ब्रेसनेन ने सर्वाधिक 45 रन बनाये जबकि केविन पीटरसन ने 41 और जोनाथन ट्राट ने 39 रन की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद टीम 46.1 ओवर में ढेर हो गई.
टास जीतकर बल्लेबाजी करने उतरे इंग्लैंड को कीस्वेटर ने तेज शुरूआत दिलाई. उन्होंने पारी के चौथे ओवर में तेज गेंदबाज आर विनय कुमार पर दो चौके और एक छक्का जड़ा.
कीस्वेटर भी अगले ओवर में प्रवीण कुमार की नीची रहती गेंद पर पगबाधा हो गये. दो गेंद में दो विकेट गंवाने के बाद ट्राट और पीटरसन ने तीसरे विकेट के लिए 73 रन जोड़कर पारी को संभालने की कोशिश की.
ट्राट ने प्रवीण पर चौके के साथ खाता खोला जबकि पीटरसन ने भी उनकी गेंद को लांग आफ के उपर से छह रन के लिए भेजा.
पीटरसन ने अश्विन की गेंद पर एक रन के साथ 19वें ओवर में टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया.
धोनी ने 22वें ओवर में विनय कुमार को दूसरे स्पैल के लिए बुलाया और इस तेज गेंदबाज ने ट्राट के स्टंप उखाड़ दिये.
पीटरसन भी इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अश्विन की गेंद पर स्लाग स्वीप खेला लेकिन बाउंड्री पर स्थानापन्न खिलाड़ी मनोज तिवारी ने गोता लगाते हुए बेहतरीन कैच लपककर उनकी पारी का अंत कर दिया. उन्होंने 61 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा.
उन्होंने कहा,‘‘उनकी (इंग्लैंड की) शुरूआत अच्छी रही और 10 ओवर के बाद लग रहा था कि वे 270 के आसपास का स्कोर खड़ा कर लेंगे. मैच जैसे जैसे मैच आगे बढ़ता गया विकेट धीमा होता गया.
तेज गेंदबाज भी तरोताजा हैं और पूरे जोश के साथ गेंदबाजी कर रहे हैं जबकि बल्लेबाज भी अच्छी फार्म में हैं.’ भारतीय कप्तान ने मैच में वापसी दिलाने का श्रेय गेंदबाजों को दिया.
टिम ब्रेसनेन ने निचले क्रम में सर्वाधिक 45 रन बनाकर टीम का स्कोर 200 रन के पार पहुंचाया. केविन पीटरसन ने 41 जबकि जोनाथन ट्राट ने 39 रन की पारी खेली लेकिन इसके बावजूद टीम 46.1 ओवर में ढेर हो गई.
स्पिनरों को पिच से टर्न मिल रहा था जिससे हम उनके विकेट चटकाकर उन्हें कम स्कोर पर रोकने में सफल रहे.’’ धोनी ने कहा कि अब वह कोलकाता में पांचवां वनडे भी जीतकर पांच मैचों की श्रृंखला में क्लीन स्वीप के इरादे से उतरेंगे.
टॉस जीतकर बल्लेबाजी करने उतरे इंग्लैंड को क्रेग कीस्वेटर ने तेज शुरूआत दिलाई. कीस्वेटर ने पारी के चौथे ओवर में तेज गेंदबाज आर विनय कुमार पर दो चौके और एक छक्का जड़ा.
कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने छठे ओवर में जब विनय कुमार की जगह गेंद अश्विन को थमाई तो कीस्वेटर ने उनका स्वागत भी दो चौके और एक छक्के के साथ किया. इस आफ स्पिनर ने हालांकि ओवर की अंतिम गेंद पर इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक (10) को पगबाधा करके भारत को पहली सफलता दिलाई.
कीस्वेटर भी अगले ओवर में प्रवीण कुमार की नीची रहती गेंद पर पगबाधा हो गये. इस विकेटकीपर बल्लेबाज ने 18 गेंद में चार चौकों और दो छक्कों की मदद से 29 रन बनाये. दो गेंद में दो विकेट गंवाने के बाद ट्राट और पीटरसन ने तीसरे विकेट के लिए 73 रन जोड़कर पारी को संभालने की कोशिश की.
धोनी ने 22वें ओवर में विनय कुमार को दूसरे स्पैल के लिए बुलाया और इस तेज गेंदबाज ने ट्राट के स्टंप उखाड़ दिये. ट्राट ने 48 गेंद की अपनी पारी में पांच चौके मारे.
पीटरसन भी इसके बाद अधिक देर नहीं टिक सके. दायें हाथ के इस बल्लेबाज ने अश्विन की गेंद पर स्लाग स्वीप खेला लेकिन बाउंड्री पर स्थानापन्न खिलाड़ी मनोज तिवारी ने गोता लगाते हुए बेहतरीन कैच लपककर उनकी पारी का अंत कर दिया. उन्होंने 61 गेंद का सामना करते हुए तीन चौके और एक छक्का मारा.
जडेजा ने अपने लगातार ओवरों में रवि बोपारा (8) और जानी बेयरस्टा (9) को पवेलियन भेजकर इंग्लैंड के मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी. इंग्लैंड ने 33 रन के भीतर पांच विकेट गंवाये जिससे 32वें ओवर में उसका स्कोर छह विकेट पर 145 रन हो गया.
ब्रेसनेन और समित पटेल (14) ने सातवें विकेट के लिए तेजी से 47 रन जोड़े. ब्रेसनेन ने सुरेश रैना पर दो चौके मारे.
प्रवीण ने 39वें ओवर में दो बार वाइड गेंद पर इंग्लैंड को बाउंड्री तोहफे में थी. अश्विन ने समित को विराट कोहली के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा.
ब्रेसनेन और समित पटेल (14) ने सातवें विकेट के लिए तेजी से 47 रन जोड़े. अश्विन ने समित को कोहली के हाथों कैच कराके इस साझेदारी को तोड़ा.
इंग्लैंड ने 33 रन के भीतर पांच विकेट गंवाये जिससे 32वें ओवर में उसका स्कोर छह विकेट पर 145 रन हो गया.
जडेजा ने अपने लगातार ओवरों में रवि बोपारा (8) और जानी बेयरस्टा (9) को पवेलियन भेजकर इंग्लैंड के मध्यक्रम की रीढ़ तोड़ दी.