दो मैचों की टेस्ट सीरीज की चार पारियों में भारत की ओर से सिर्फ चार अर्धशतक लगे और इस दौरान सीम और स्विंग लेती गेंद के खिलाफ अजिंक्य रहाणे, मयंक अग्रवाल, कोहली, चेतेश्वर पुजारा और पृथ्वी शॉ सहित लगभग सभी खिलाड़ियों की तकनीक पर सवाल उठे. भारत के लिए सबसे बड़ा झटका कप्तान कोहली का प्रदर्शन रहा जो चार पारियों में सिर्फ 38 रन बना सके.