जैसे ही सचिन तेंदुलकर ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपना 100वां शतक जड़ा वैसे ही पूरा देश जश्न में डूब गया.
तिरंगे में रंगे हर मैच में दिखने वाले सचिन के सबसे बड़े फैन ने सचिन के महाशतक का जश्न शंख फूंक कर मनाया.
सचिन के प्रशंसक लालू यादव भी हैं और उन्होंने सचिन को भारत रत्न देने की वकालत की है.
क्रिकेटर पीयूष चावला ने तो इसे क्रिकेट का सबसे बड़ा दिन बताया है.
बजट से बढ़ती महंगाई के मद्देनजर दुखी पूरे देश पर सचिन के शतक ने मरहम लगाया और लोग खुशियां मनाने लगे.
सचिन ने क्रिकेट का सबसे बड़ा करिश्मा किया है, सचिन ने क्रिकेट का सबसे बड़ा रिकॉर्ड बनाया है. बॉलीवुड भी सचिन को सलाम कर रहा है, महाशतक की बधाइयां दे रहा है. इस लम्हे का पूरे हिंदुस्तान की सवा सौ करोड़ जनता को महीनों से इंतज़ार था. जब सचिन ने महाशतक लगाया तो जैसे पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ गई.
सचिन के शतक के जश्न में पूरा देश डूब गया.
लोगों ने एक दूसरे को मिठाईयां खिलाकर सचिन के महाशतक का जश्न मनाया.
सचिन के महाशतक के साथ ही 16 मार्च 2012 का दिन दिवाली में बदल गया.
देश के हर कोने में सचिन के महाशतक का जश्न मनाने सड़कों पर उतरे प्रशंसक.
2011 विश्व कप में बांग्लादेश के खिलाफ पहला मैच खेलने के साथ ही वह सबसे ज्यादा वन डे खेलने वाले खिलाडी बने और सनथ जयसूर्या के 444 मैचों के रिकार्ड को पीछे छोड़ा.
ढाका के शेर-ए-बंग्ला नेशनल स्टेडियम पर भारी संख्या में भारतीय समर्थक पहुंचे थे मास्टर का महाशतक देखने के लिए
2010 में वन डे में दोहरा शतक बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने और स्टीव वा के 168 टेस्ट खेलने के रिकार्ड को पार किया.
राजीव शुक्ला ने भी सचिन की जमकर तारीफ की.
2011 में विश्व कप जिताने में अहम भूमिका निभाई. भारत के लिये विश्व कप में सबसे ज्यादा 482 रन बनाने वाले बल्लेबाज बने.
टीवी पर मैच देख रहे दर्शक भी खुशी से झूम उठे
प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने भी सचिन को इस उपलब्धि पर बधाई दी.
पूर्व क्रिकेटर दिलीप वेंगसरकर ने भी सचिन की तारीफों के पुल बांधे.
1993 में भारतीय सरजमीं अपना पहला टेस्ट शतक (163) तेंदुलकर ने चेन्नई में इंग्लैंड के खिलाफ बनाया.
लता मंगेश्कर सचिन को अपना बेटा मानती हैं और सचिन की उपलब्धि पर उनका दिल भी खुशी से झूम उठा.
1990 में तेंदुलकर ने अपना पहला टेस्ट शतक (नाबाद 119) ओल्ड ट्रैफर्ड मैदान पर इंग्लैंड के खिलाफ जमाया.
टीम के साथी खिलाड़ी भी सचिन की उपलब्धि से फूले नहीं समाए. टीम से बाहर चल रहे हरभजन सिंह ने भी सचिन को बधाई दी.
योगगुरु बाबा रामदेव ने भी सचिन को इस उपलब्धि के लिए बधाई दी.
जैसे ही सचिन ने एक रन लेकर बांग्लादेश के शेर-ए-बंग्ला नेशनल स्टेडियम पर 100 रनों का आंकड़ा छुआ, पूरा देश महाशतक के महाजश्न में डूब गया.
सचिन मैदान पर जितने आक्रामक दिखाई देते हैं असल जीवन में उतने ही सरल स्वभाव के हैं.
पिछले साल विश्व कप में शतक जड़ने के बाद से सचिन के बल्ले से कोई शतक नहीं निकला था. पहली बार ऐसा हुआ है जब सचिन का बल्ला बिना शतक के इतनी दिन शांत रहा हो.
मास्टर ब्लास्टर सचिन ने आउट होने के बाद कहा कि उनके ऊपर से बहुत बड़ा बोझ उतर गया. साथ ही सचिन ने ये भी कहा कि हर इंसान को अपने सपने पर भरोसा रखना चाहिए.
ये सचिन तेंदुलकर का वनडे क्रिकेट में 49वां शतक था, इसके अलावा टेस्ट क्रिकेट में सचिन के नाम 51 शतक दर्ज हैं.
लिटिल मास्टर ने इस शतक से अपना कद इतना बढ़ा लिया है कि मौजूदा दौर में कोई भी बल्लेबाज उनके कद नहीं पहुंच सकता है.
सचिन दुनिया के एकमात्र बल्लेबाज हैं, जिन्होंने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में शतकों का शतक जड़ा है.
महानायक भी सचिन के महाशतक के जश्न में शामिल हुए और कहा कि सचिन ने असंभव को संभव करके दिखाया.
बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री भी सचिन के महाशतक से प्रफुल्लित हो गए.
समाजसेवी अन्ना हजारे ने भी सचिन के महाशतक पर उन्हें बधाई दी.
सचिन ने जैसे ही 100वां शतर जड़ा, स्टेडियम पर लगी बड़ी स्क्रीन भी सचिन के महाशतक से रौशन हो गई.
सचिन को क्रिकेट का भगवान कहते हैं, और सचिन ने अपने खेल और शालीन स्वभाव से खुद को भगवान साबित भी किया है.
शतकों के शतक तक पहुंचने में सचिन को 22 साल लगे, इन 22 सालों में सचिन ने बल्लेबाजी में ऐसे मुकाम हासिल किए हैं जहां तक पहुंचना किसी भी बल्लेबाज के लिए नामुमकिन सा लगता है.
ढाका का शेर-ए-बंग्ला नेशनल स्टेडियम क्रिकेट के इतिहास का सुनहरा मैदान बन गया है. सचिन ने यहां शतकों का शतक जड़कर इस क्रिकेट ग्राउंड को भी महान बना दिया.
बांग्लादेशी धरती पर यह सचिन का पहला वनडे शतक है, हालांकि बांग्लादेश में सचिन टेस्ट शतक पहले भी जड़ चुके हैं.
सचिन को अगर 'गॉड' की उपाधि दी गई है तो उन्होंने हर कदम पर साबित भी किया है कि उन्हें भगवान क्यों कहते हैं. सचिन ने इस शतक से एकबार फिर अपने आलोचकों को बल्ले से करारा जवाब दिया है.
मास्टर ब्लास्टर ने आखिरकार शतकों का शतक जड़कर दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के चेहरे पर खुशी बिखेर दी. बांग्लादेश के खिलाफ 49वां वनडे शतक ठोक सचिन ने इतिहास रच डाला.