इंडियन प्रीमियर लीग के आठवें सीजन में कुछ छोटे नाम कमाल कर गए तो कुछ ऐसे दिग्गज भी रहे जो क्रिकेट में अपने बड़े नाम को सार्थक नहीं कर सके. दिल्ली डेयरडेविल्स के युवराज सिंह हों या किंग्स इलेवन पंजाब के मिशेल जॉनसन इस खिलाड़ियों ने अपने फ्रेंचाइजी के साथ फैन्स को भी निराश किया.
दिल्ली डेयरडेविल्स और युवी के फैन्स चाहते थे कि आईपीएल के इस सीजन में उनकी ताबड़तोड़ बल्लेबाजी दिखे. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. युवी ने दिल्ली के लिए 13 पारियां खेली और इस दौरान उनके बल्ले से 19.15 की औसत से 249 रन ही निकले. युवी का आक्रामक अंदाज महज दो मैचों में ही नजर आया. गेंदबाजी में भी युवी फ्लॉप ही रहे.
आतिशी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से किंग्स इलेवन पंजाब को बहुत उम्मीदें थी. पंजाब को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी वीरू के ही मजबूत कंधों पर थी. लेकिन ऐसा कुछ नहीं हुआ. पंजाब के लिए इस आईपीएल में वीरू ने 8 पारियां खेली और इस दौरान 12.38 की मामूली औसत से 99 रन ही बना सके. इसके बाद मनन वोहरा को उनकी जगह प्लेइंग इलेवन में जगह मिल गई.
दुनिया के सबसे खतरनाक तेज गेंदबाजों में शुमार मिशेल जॉनसन ने भी किंग्स इलेवन पंजाब को खूब निराश किया. जॉनसन ने 9 मैचों में 215 गेंदे फेंकी और 337 रन लुटाकर महज 9 विकेट ही झटके.
क्रिकेट के शॉर्ट फॉरमेट के बेहतरीन क्रिकेटर माने जाने वाले ग्लेन मैक्सवेल ने भी किंग्स इलेवन पंजाब को बहुत मायूस किया. ऑलराउंडर के तौर पर खेलने वाले मैक्सवेल ने 11 पारियों में महज 145 रन बनाए, इस दौरान उनका औसत 13.18 का रहा. वहीं गेंदबाजी में भी उनका प्रदर्शन औसत से कम रहा. उन्होंने 60 गेंदे फेंकी और 97 रन लुटाकर 2 विकेट झटके. गेम चेंजर माने जाने वाले मैक्सवेल ने अपने फैन्स को भी खासा निराश किया.
दुनिया के नंबर-1 गेंदबाज डेल स्टेन के लिए आईपीएल-8 किसी बुरे सपने से कम नहीं रहा. अपनी खतरनाक गेंदबाजी के लिए मशहूर डेल स्टेन ने 6 मैचों में 114 गेंद डाली और 170 रन खर्चते हुए महज 3 विकेट लिए. अपनी टीम के टॉप टेन गेंदबाजों की लिस्ट में स्टेन 9वें नंबर पर रहे.
किंग्स इलेवन पंजाब के कप्तान जॉर्ज बेली भी अपने नाम के मुताबिक प्रदर्शन नहीं कर सके. बेली ने 13 पारियों में 23.55 की औसत से 259 रन बनाए. अपनी टीम की ओर से भले ही बेली दूसरे टॉप स्कोरर रहे हों लेकिन कई अहम मौकों पर वो टीम के लिए कुछ खास नहीं कर सके.
अब ईशांत शर्मा के बारे में क्या कहा जाए. सनराइजर्स हैदराबाद की ओर से खेलते हुए ईशांत शर्मा ने 4 मैचों में 84 गेंद फेंकते हुए 159 रन दे डाले. ईशांत की गेंदो की जमकर धुनाई तो हुई ही साथ ही विकेट के नाम पर उनके खाते में महज एक विकेट आया.
किंग्स इलेवन पंजाब का एक और बड़ा नाम जो पूरी तरह से फेल रहा. शॉन मार्श ने पंजाब के लिए 4 मैचों में महज 81 रन ही बनाए.
राजस्थान रॉयल्स के कप्तान शेन वाटसन भी अपने नाम के हिसाब से प्रदर्शन नहीं कर सके. इस ऑलराउंडर खिलाड़ी ने 10 मैचों में 6 विकेट झटके. हालांकि उन्होंने बल्लेबाजी में अच्छा प्रदर्शन किया और 9 मैचों में 347 रन ठोके. वाटसन ने आखिरी के मैचों में अच्छा प्रदर्शन किया. प्लेऑफ में उनकी टीम पहुंची लेकिन रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर से हारकर बाहर हो गई.
वर्ल्ड कप में अपनी खतरनाक गेंदबाजी से सबको परेशान करने वाले तेज गेंदबाज ट्रेंट बोल्ट आईपीएल में पूरी तरह से फ्लॉप हो गए. उन्होंने 7 मैचों में 168 गेंद फेंकी. इस दौरान उन्होंने 236 रन खर्चे और महज 9 विकेट लिए.