'नजफगढ़ के नवाब' 20 अक्टूबर को 37 साल के हो गए हैं और उनके जन्मदिन पर ही क्रिकेट से संन्यास की खबर आ गई है. देखिए वीरू की खास तस्वीरें...
टीम इंडिया के विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 में हुआ था. वीरू के नाम से मशहूर सहवाग ने अपने क्रिकेट करियर में अभी तक कई बुलंदियों को छू लिया है.
ब्रैडमैन, क्रिस गेल और लारा के बाद सहवाग दुनिया के चौथे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है.
सहवाग ने 2004 में पाकिस्तान के खिलाफ मुल्तान में 309 रन की पारी खेली थी. दिलचस्प तथ्य यह है कि सहवाग की आक्रामक खेल शैली वनडे क्रिकेट के अनुकूल है लेकिन वह टेस्ट मैचों में अधिक सफल रहे हैं.
उन्होंने यह रिकॉर्ड मार्च 2008 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ चेन्नई टेस्ट के दौरान बनाया. अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में किसी बल्लेबाज द्वारा यह सबसे तेज गति से बनाया तिहरा शतक भी है. इसके लिए उन्होंने मात्र 278 गेंद खेलीं.
सहवाग को बड़े-बड़े शतक बनाने की आदत रही है. टेस्ट मैचों में उन्होंने जो अंतिम 11 शतक बनाए हैं सभी में 150 से ऊपर स्कोर किया है. इनमें दो तिहरे और तीन दोहरे शतक शामिल हैं.
वीरू टी-20 मैच में अभी तक शतक नहीं लगा पाए हैं. इस श्रेणी के क्रिकेट में उनका अब तक का सर्वाधिक स्कोर 94 रन है.
राहुल द्रविड़ के साथ 410 रन की साझेदारी करके वीरू ने कीर्तिमान बनाया था.
एकदिवसीय में सबसे तेज गति से शतक बनाने वाले भारतीय खिलाड़ी का रिकार्ड भी सहवाग के ही नाम है.
इसके अलावा वह दुनिया के एकमात्र ऐसे क्रिकेट खिलाड़ी हैं जिन्होंने टेस्ट मैचों में दो तिहरे शतक बनाने के साथ एक पारी में पांच विकेट भी हासिल किए हैं.
ब्रैडमैन, क्रिस गेल और लारा के बाद सहवाग दुनिया के चौथे बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट में दो बार तिहरा शतक बनाने का कीर्तिमान स्थापित किया है.
नज़फगढ के नवाब, मुल्तान के सुल्तान और वीरू जैसे उपनामों से मशहूर सहवाग भारत के अकेले बल्लेबाज हैं जिन्होंने टेस्ट क्रिकेट की एक पारी में सर्वाधिक 319 रन का रिकॉर्ड बनाया है.
वे भारत की ओर से टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले एक मात्र बल्लेबाज है.
टेस्ट क्रिकेट में सहवाग का सर्वाधिक स्कोर 319 रन है.
टेस्ट क्रिकेट में सहवाग का सर्वाधिक स्कोर 319 रन है.
सहवाग ने अब तक 92 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 52.15 की औसत से 7980 रन बनाए हैं.
सहवाग ने अब तक 92 टेस्ट मैच खेले हैं जिसमें 52.15 की औसत से 7980 रन बनाए हैं.
वीरेंद्र सहवाग आज के दिन में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज है. उनके रिकॉर्ड इसकी सच्चाई बयान करते हैं.
दिल्ली के इस दिलेर बल्लेबाज के वनडे करियर का 14वां शतक बांग्लादेश के खिलाफ आया जब उन्होंने मीरपुर वनडे में 175 रन की पारी खेली थी.
सहवाग ने करियर का 13वां वनडे शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ बनाया. जब उन्होंने दांबुला के मैदान पर 110 रन की पारी खेली थी.
2009 में सहवाग ने न्यूजीलैंड के हैमिल्टन मैदान नाबाद 125 रन बनाकर अपने करियर 11वां शतक ठोका था.
2009 में सहवाग ने न्यूजीलैंड के हैमिल्टन मैदान नाबाद 125 रन बनाकर अपने करियर 11वां शतक ठोका था.
नजफगढ़ के नवाब के करियर का दसवां शतक श्रीलंका के खिलाफ बनाया. उन्होंने कोलंबो में 116 रन की पारी खेलकर यह मुकाम हासिल किया.
2008 में उन्होंने कराची में पाकिस्तान के खिलाफ 119 रन की पारी खेलकर अपने करियर का नौवां शतक जड़ा था.
सहवाग के वनडे करियर का आठवां शतक बरमूडा के खिलाफ 2007 वर्ल्ड कप में आया था. जब उन्होंने 114 रन की पारी खेली थी.
सहवाग ने वनडे करियर में सातवां शतक पाकिस्तान के खिलाफ बनाया. उन्होंने कोच्चि में 108 रन की पारी खेली थी.
सहवाग के करियर का छठा शतक 2003 में न्यूजीलैंड के खिलाफ आया. हैदराबाद में खेले गए इस मुकाबले में सहवाग ने 130 रन बनाए.
सहवाग ने अपने वनडे करियर की चौथा शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ नैपियर के मैदान पर बनाया.
वीरेंद्र सहवाग ने वनडे करियर का पांचवां शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ ऑकलैंड के मैदान पर आया था. इस मुकाबले में उन्होंने 112 रन की पारी खेली थी.
वेस्टइंडीज के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग ने साल 2002 में 114 रन की नाबाद पारी खेली थी.
वीरेंद्र सहवाग ने अपने वनडे करियर का पहला शतक न्यूजीलैंड के खिलाफ 2001 में जड़ा था. उन्होंने इस मुकाबले में 100 रन की पारी खेली थी.
वीरेंद्र सहवाग ने अपना दोहरा शतक 140वें गेंद पर पूरा किया. इस दौरान उन्होंने 23 चौके और 6 छक्के जमाए.
वेस्टइंडीज के खिलाफ वीरेंद्र सहवाग ने कुल 25 चौके और 7 छक्के की मदद से 219 रन बनाए.
वो वनडे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले दूसरे क्रिकेटर भी बन गए हैं. वो वनडे क्रिकेट के इतिहास में दोहरा शतक जड़ने वाले दूसरे क्रिकेटर भी बन गए हैं.
इसके साथ ही सहवाग ने वनडे क्रिकेट में सर्वाधिक व्यक्तिगत रनों के सचिन तेंदुलकर के रिकार्ड को तोड़ दिया है.
पिछले कुछ समय से एकदिवसीय मैच में बड़ा स्कोर नहीं बना पाने के कारण आलोचना का सामना कर रहे टीम इंडिया के वर्तमान कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने आखिर इंदौर वनडे में शानदार वापसी करते हुए दोहरा शतक जड़ दिया.
सहवाग दुनिया में उन चार बल्लेबाजों में से एक हैं जिनके नाम टेस्ट क्रिकेट में दो ट्रिपल सेंचुरी है.
सहवाग टेस्ट क्रिकेट में तिहरा शतक जड़ने वाले एक मात्र भारतीय है, जिनके नाम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट के इतिहास में सबसे तेज ट्रिपल सेंचुरी (278 गेंदों में 300) जड़ने का रिकॉर्ड है.
नजफगढ़ की गलियों से निकला यह खिलाड़ी आज दुनिया के सबसे आक्रामक बल्लेबाजों में से एक हैं.
जूनियर वीरू भी अपने पिता के बल्लेबाजी के जबरदस्त फैन है.
वीरेंद्र सहवाग दो बच्चों के पिता है.
अभी हाल ही में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ युसूफ पठान ने यादगार तूफानी पारी खेलने के बाद पत्रकारों से कहा कि- 'वीरेंद्र सहवाग के बेखौफ अंदाज ने उन्हें इस कदर खेलने के लिए प्रेरित किया.'
सहवाग को घर में प्यार से वीरू कहा जाता था. बचपन से ही वीरू बड़े शरारती थे.
भारत का एक बल्लेबाज जिससे दुनिया का हर गेंदबाज खौफ खाता है, वो है वीरेंद्र सहवाग. यह मानना है इमरान खान से लेकर रिचर्ड हेडली और बॉब विलिस के दिल में खौफ पैदा करने वाले विवियन रिचर्ड्स का.
किसी भी क्रिकेटर की तरह जहां सहवाग का अच्छा समय रहा है तो बुरा समय भी रहा है. 2007 के विश्व कप के बाद वह लंबे समय तक भारतीय टीम से अलग भी रहे लेकिन एक बेहतरीन क्रिकेटर की तरह उन्होंने ज़बरदस्त वापसी भी की.
अपने पहले ही टेस्ट में शतक जड़ने वाले सहवाग की तुलना उनके आदर्श सचिन तेंदुलकर से की जाती है. लेकिन समय के साथ सहवाग ने साबित किया कि उनका अपना एक अलग स्टाइल है.
सहवाग का खेल हैण्ड-आई कोऑर्डिनेशन पर आधारित है जिनका मूलमंत्र है कि अगर गेंद मारने वाली है हो उसे छोड़े क्यों. उनको तो यह पता है कि गेंद अगर गुड लेंथ में भी है तो वह रन बनाने के लिए है
टेस्ट क्रिकेट हो या एकदिवसीय या फिर हो टी 20 क्रिकेट वीरेंद्र सहवाग दुनिया के किसी भी आक्रमण की बखिया उधेड़ सकता है.
विरेंद्र सहवाग विस्फोट का दूसरा नाम है जिसके सामने विश्व के सभी गेंदबाज़ गेंदबाजी करने से कतराते हैं. जब उनका बल्ला चलता है तो पूरा स्टेडियम चौकों-छक्कों की बरसात से सराबोर हो जाता है.
“नज़फगढ़ का नवाब” वी रेंद्र सहवाग का कहना है कि उनके हरफनमौला खेल का राज़ दूध है और वह हर रोज़ दूध पीते हैं.
ऑस्ट्रेलिया के पूर्व क्रिकेट कप्तान इयान चैपल ने अपनी टेस्ट क्रिकेट की ड्रीम टीम में सहवाग का ओपनिंग बल्लेबाज़ के तौर पर चयन किया और सहवाग का यह कहते हुए अभिवादन किया कि “सहवाग विश्व के सबसे विस्फोटक बल्लेबाज़ है, वह किसी भी मैच का रुख कभी भी बदल सकते हैं”.