भारतीय क्रिकेट टीम के धुरंधर बल्लेबाज युवराज सिंह का अमेरिका के एक मशहूर अस्पताल में कैंसर का इलाज चल रहा है.
अमेरिका के जाने माने ऑकलॉजिस्ट की निगरानी में युवराज का इलाज चल रहा है.
डॉक्टरों की निगरानी में तीन साइकिल कीमोथेरेपी होने हैं. बीसीसीआई इलाज का पूरा खर्च उठाएगा.
वहीं, कीमोथेरेपी की दौरान अमेरिका में युवराज की मां और उनके करीबी दोस्त उनके साथ हैं.
बताया जा रहा है कि युवी के स्वास्थ्य में तेजी से सुधार हो रहा है.
युवराज को 22 मार्च को अस्पताल से छुट्टी मिल जाएगी.
इसके बाद युवराज को एक महीने के आराम की सलाह दी गई है.
क्रिकेटर योगराज सिंह के बेटे युवराज सिंह ने अपने अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत अक्टूबर 2000 में की थी. केन्या के खिलाफ युवराज ने पहला अंतरराष्ट्रीय वनडे मैच खेला.
युवराज सिंह ने अपने दूसरे ही वनडे मैच में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 82 गेंदों पर 84 रन ठोक कर करियर का शानदार आगाज किया.
युवराज सिंह ने अपने शुरुआती दिनों में भारत के कमजोर माने जाने वाले मध्यक्रम को मजबूती दी.
2005-06 में युवराज ने वनडे क्रिकेट में शानदार प्रदर्शन करते हुए तीन बार मैन ऑफ द सीरीज का खिताब अपने नाम किया.
बाएं हाथ के बल्लेबाज़ युवराज भारतीय टीम के अच्छे क्षेत्ररक्षकों में भी गिने जाते हैं. टेस्ट मैचों में भी उनके प्रदर्शन को सराहा गया है.
नवंबर 2008 में उन्होंने राजकोट में इंग्लैंड के ख़िलाफ़ 78 गेंदों पर 138 रन बनाए और नाबाद रहे. उन्होंने 64 गेंदों पर शतक बनाया था जो उस समय किसी भी भारतीय खिलाड़ी के द्वारा सबसे तेज़ी से बनाया दूसरा शतक था.
क्रिकेट खिलाड़ी युवराज सिंह को कैंसर होने की खबरें फैलते ही पूरा देश इस खिलाड़ी के लिए दुआएं मांग रहा है. बॉलीवुड से क्रिकेट जगत तक हर तरफ क्रिकेटर के जल्दी स्वस्थ होने की कामना की जा रही है.
वर्ष 2011 के क्रिकेट विश्वकप में युवराज सिंह ने आयरलैंड के पांच विकेट चटकाए और ऐसा करने वाले वे पहले खिलाड़ी बने. विश्वकप में उन्होंने कुल 362 रन बनाए और 15 विकेट चटकाए, जिसकी बदौलत उन्हें मेन ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया.
आईपीएल की बारी आई तो युवराज सिंह एक बार फिर चमके. आईपीएल के पहले दो संस्करणों में उन्हें किंग्स इलेवन पंजाब टीम की कमान संभाली.वर्ष 2011 में आईपीएल के लिए पुणे वॉरियर्स नामक नई टीम बनी तो युवराज सिंह को ना केवल इस टीम में जगह मिली बल्कि उन्हें कप्तान भी बनाया गया.
ऐसा नहीं है कि युवराज सिंह सिर्फ़ बल्लेबाज़ी ही करते हैं. वर्ष 2009 में आईपीएल मैचों में दो बार ऐसे मौक़े आए जब उन्होंने विरोधी टीम के तीन खिलाड़ियों को लगातार आउट करके हैट्रिक लगाई.
2007 में हुए टी-20 विश्व कप में खिताबी जीत दर्ज करने में भी युवी ने अहम भूमिका निभाई थी. टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच में युवी ने इंग्लैंड के स्टुअर्ट ब्रॉड के एक ओवर में लगातार छह गेंद पर छह छक्के जड़े थे.