रियो ओलंपिक से लौटीं मध्यम दूरी की रनर सुधा सिंह की सेहत बिगड़ने पर बेंगलुरु के अस्पताल में जीका वायरस के असर की भी जांच की गई है. उन्हें अस्पताल में सबसे अलग रखकर डेंगू और मलेरिया के बाद जीका संक्रमण का भी टेस्ट किया गया. उनके अलावा दो और रनर्स के बारे में भी इस जांच की बात कही जा रही है.
जांच के लिए भेजा गया ब्लड सैंपल
'टाइम्स ऑफ इंडिया' में छपी खबर के मुताबिक शनिवार दोपहर रियो से लौटीं 300 मीटर की रनर 30 साल की सुधा ने बुखार और जोड़ों में दर्द की शिकायत की. स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया
की शुरुआती मेडिकल जांच के बाद उन्हें गंभीर हालत में अस्पताल में दाखिल करवाया गया. यहां उनके बल्ड प्रेशर में गंभीर कमी देखी गई. डेंगू और मलेरिया के वायरस नहीं पाए जाने पर
सोमवार को उनका बल्ड सैंपल वाइरोलॉजी इंस्टिट्यूट पुणे भेजा गया है.
रियो खेलगांव के एक ही अपार्टमेंट में थी तीनों रनर
सुधा की तरह के ही लक्षण रियो से लौटीं दूसरी मैराथन रनर कविता राउत में भी देखने को मिले हैं. राउत रियो में ही बीमार हो गई थीं. मैराथन रनर ओपी जाइशा में लगभग ऐसे ही पर हल्के
लक्षण बताए गए हैं. तीनों महिला रनर रियो ओलंपिक के खेलगांव में एक ही अपार्टमेंट में ठहरी थीं. वहीं पहले राउत बीमार पड़ी, फिर सुधा और जाइशा की सेहत भी बिगड़ गई. जानकारी के
मुताबिक रनर्स ने अपार्टमेंट में मच्छर देखे जाने की बात कही है.
चर्चा में रहा था रियो ओलंपिक में जीका का डर
साई से मिली जानकारी के मुताबिक जाइशा में हल्के लक्षण दिखे हैं. वह केरल चली गई हैं. जीका को लेकर फिलहाल कोई ठोस बात नहीं कही जा सकता. वह केरल में ही आयुर्वेदिक उपचार
लेना चाहती हैं. रियो ओलंपिक में जीका को लेकर पहले से काफी चर्चा की जा रही थी. कुछ नामचीन खिलाड़ियों ने इसकी वजह से अपना नाम वापस भी ले लिया था.