हरियाणा के खेल मंत्री अनिल विज के नेतृत्व में रियो ओलंपिक के लिए शनिवार को जाने वाले राज्य के प्रतिनिधिमंडल दल के दौरे पर खर्च होने वाली राशि को लेकर विवाद हो गया है. उल्लेखनीय है कि हरियाणा के इस प्रतिनिधिमंडल दल के रियो दौरे पर सरकारी खजाने के एक करोड़ रुपये खर्च होंगे. विज की अगुवाई में 9 सदस्यों वाला यह दल शनिवार को रियो के लिए रवाना होगा.
कौन-कौन होगा प्रतिनिधिमंडल में?
इस प्रतिनिधिमंडल दल मेंउनका पर्सनल एसिस्टेंट, सीएम के मीडिया एडवाइजर, भारतीय जनता पार्टी के दो विधायक ज्ञान चंद गुप्ता और रणधीर सिंह कापड़ीवास, दो वरिष्ठ राजनयिक अतिरिक्त मुख्य सचिव केके
खंडेलवाल और जगदीप सिंह सहित अन्य अधिकारी शामिल हैं. आधिकारिक सूत्रों ने बताया कि इस प्रतिनिधिमंडल दल के रियो दौरे पर एक करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है. हालांकि इस डेलिगेशन में खेल मंत्री के
अलावा खेलों से सीधे सरोकार रखने वाला केवल एक ही अधिकारी है. बाकी सब नॉन-स्पोर्ट्स बैकग्राउंड से आते हैं.
खेल मंत्री ने किया बचाव
हालांकि खेल मंत्री अनिल विज ने इस दौरे का बचाव करते हुए कहा कि रियो गए भारतीय दल में हरियाणा से काफी खिलाड़ी हैं. ऐसे में यह प्रतिनिधिमंडल उनका उत्साहवर्धन करने के लिए जा रहा है. प्रतिनिधिमंडल
रियो ओलंपिक के समापन समारोह में हिस्सा लेकर लौट आएगा. भारतीय ओलंपिक दल में मुक्केबाजी, कुश्ती और एथलेटिक्स खेलों में हरियाणा के खिलाड़ी शामिल हैं. विज ने कहा, हमारे लिए यह समझना बेहद जरूरी है
कि अंतरराष्ट्रीय प्रतियोगिताओं के लिए किस तरह की बुनियादी संरचनाएं तैयार करनी होती हैं. हमें हरियाणा में राष्ट्रीय खेलों की मेजबानी करनी है. हम वहां हरियाणा से गए खिलाड़ियों का उत्साहवर्धन करने भी जा रहे
हैं.
रद्द किया था विज ने अपना दौरा
पहले हरियाणा विधानसभा सत्र 19 अगस्त से बुलाए जाने के कारण जुलाई में विज ने अपना रियो दौरा रद्द कर दिया था. हालांकि विधानसभा सत्र स्थगित हो चुका है और 26 अगस्त से शुरू होगा. अब विज के नेतृत्व
में ये हरियाणा सरकार का प्रतिनिधिमंडल रियो रवाना होने के लिए पूरी तरह तैयार है. और अनिल विज इस खर्च को फिजूल खर्च नहीं मानते.
कांग्रेस ने उठाए सवाल
वहीं कांग्रेस ने खेल मंत्री के इस रियो ओलंपिक दौरे पर सवाल खड़े करते हुए कहा कि खिलाड़ी पहले ही अनिल विज से मिल कर गये है और अब उनके उत्साहवर्धन के लिए दल की क्या जरूरत है. साथ ही अगर अनिल
विज को वहां के इंतजामात का जायजा लेना है तो वो अपने साथ किसी खेल मंत्रालय के अधिकारी को लेकर अकेले भी जा सकते हैं. अपने साथ इतना बड़ा लाव-लश्कर ले जाने की क्या जरूरत है. साथ ही कांग्रेस ने
बीजेपी सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि एक और तो ये सरकार और इनके मंत्री खुद को सादा और इमानदार बताते हैं और दूसरी और सरकारी खजाने से इस तरह से रियो ओलंपिक के नाम पर सैर-सपाटा करने के
लिए करीब एक करोड़ की फिजूलखर्ची कर रहे है.