उन खिलाड़ियों का तो अभी तक पता नहीं जो रियो में अगले साल गोल्ड जीतकर मालामाल होंगे, लेकिन इस शख्स पर ओलंपिक 2016 की वजह से जम कर धन बरसना तय है. ये न तो उसेन बोल्ट या सेरेना विलियम्स की तरह प्रसिद्ध हैं और न ही उनके अपने देश में ही बहुत लोग उन्हें जानते हैं.
91 वर्षीय बिजनेसमैन रियो ओलंपिक 2016 में सबसे
ज्यादा कमाई करेगा
रियो ओलंपिक 2016 की शुरुआत होने में अब ठीक एक साल रह गया है जिसमें 91 वर्षीय बिजनेसमैन ब्राजील के प्रॉपर्टी टाइकून कार्लोस कार्वाल्हो ओलंपिक
के इतिहास में अब तक का सबसे अधिक कमाने वाला व्यक्ति बनने की राह पर हैं. इनके पास रियो ओलंपिक आयोजन स्थल पर करीब 80 लाख वर्ग मीटर जमीन है, यानी लगभग
8000 फुटबॉल मैदान के बराबर.
कार्लोस का नाम दुनियाभर के अमीरों में शामिल
2009 ओलंपिक के लिए रियो को चुनने के बाद से ही कार्लोस के कारोबार में जबरदस्त
उछाल देखने को मिला है, इसकी वजह से कार्लोस का स्थान दुनियाभर के अमीरों में शुमार हो गया है, कार्लोस के पास रियो ओलंपिक खेल गांव के साथ ही ओलंपिक पार्क की बहुत
सारी जमीनें हैं इसका कुछ हिस्सा ओलंपिक के बाद लग्जरी मकानों के लिेए बेच दिया जाएगा कार्लोस ने हाल ही में ओलंपिक आयोजन स्थल के पास 3000 कमरे, फाइव स्टार होटल,
यूनिवर्सिटी और 100 मीटर चौड़ा मुख्य मार्ग का निर्माण भी कराया है, कंपनी की वेबसाइट के मुताबिक कार्लोस अब 2.8 बिलियन ब्रिटिश पाउंड (278 अरब रुपये) के मालिक हैं.
इसका मतलब वो दुनिया भर के टॉप अमीरों की जमात में शामिल हो चुके हैं.
कार्लोस की दूरदर्शिता का परिणाम
यह कमाई कार्लोस की दूरदर्शिता का नतीजा है उन्होंने
1973 में ही बारा के पश्चिमी किनारे पर एक करोड़ वर्ग मीटर जमीन खरीदी थी तब यह जमीन दलदल, जंगल और कॉफी का छोड़ा हुआ बाग था कार्लोस शहरी नक्शा बनाने वाले
लुसियो कोस्टा से प्रेरित थे, जिन्होंने रियो का एक मास्टरप्लान बनाया था. कोस्टा ने तब बिल्कुल सही परिकल्पना करते हुए कहा था कि शहर का विस्तार पश्चिम तट की ओर हो रहा
है और साथ ही यह भविष्यवाणी भी की थी कि बारा एक दिन इसका हब होगा.
42 साल बाद कोस्टा की भविष्यवाणी हुई सच
कोस्टा ने आज से 42 साल पहले पश्चिम
तट के विस्तार की भविष्यवाणी की थी और बारा का विकास ठीक उसी परिकल्पना कि तरह हुआ और आज इसकी वजह से ही कार्लोस बेहद लाभ में हैं. कार्लोस खुद कहते हैं कि यह
जमीन की सतह पर तेल के कुंए के मिलने जैसा है. एक्सपर्ट्स के मुताबिक, 2009 में रियो को ओलंपिक आयोजन के लिए चुने जाने के बाद से अब तक यहां जमीन की कीमत में
तीन गुना इजाफा हो चुका है.