भारतीय महिला हॉकी टीम का रियो ओलंपिक में जापान के खिलाफ खेला गया मुकाबला 2-2 की बराबरी पर रहा. ओलंपिक हॉकी स्टेडियम में खेले गए इस मैच में जापान के लिए इमी निशिकोरी और नाकाशिम ने गोल किए. वहीं भारत की तरफ से रानी रामपाल और लिमिला मिंज ने गोल दागे.
महिला टीम ने शानदार खेल दिखाया
भारतीय टीम ने इस मैच में जोरदार वापसी की. एक समय वह दो गोल से पिछड़ रही थी, बावजूद इसके भारतीय टीम ने हिम्मत नहीं हारी और दो गोल कर मैच ड्रॉ करा लिया. पहला क्वार्टर खत्म होने से कुछ देर पहले ही 15वें मिनट में निशिकोरी ने जापान को बढ़त दिला दी. जापान को पेनाल्टी कॉर्नर मिला और टीम ने चालाकी भरे अंदाज में निशिकोरी की मदद से एक गोल की बढ़त ले ली.
दबाव से उबरी भारतीय टीम
भारतीय टीम पर दबाव साफ नजर आ रहा था, हालांकि गोलकीपर सविता ने कुछ अच्छे शॉट रोके और जापान को बढ़त नहीं लेने दी, लेकिन 28वें मिनट में नाकाशिमा के शानदार एंगल शॉट का लगाया जिसका सविता के पास कोई जवाब नहीं था इसके साथ ही जापान ने 2-0 की बढ़त बना ली.
भारत ने तीसरे क्वार्टर में गोल दागा
तीसरे क्वार्टर के शुरू होने के कुछ ही देर बाद भारतीय टीम ने वापसी की और 31वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, जिसे रानी ने गोल में बदल कर जापान की बढ़त को कम किया.
जापान ने इसके बाद फिर भारतीय खेमे पर हमला बोला और 34वें मिनट में पेनाल्टी कॉर्नर हासिल किया, हालांकि वह इसे गोल में तब्दील नहीं कर पाए. इसके तीन मिनट बाद ही भारतीय टीम को भी पेनाल्टी कॉर्नर मिला, लेकिन उसने बराबरी के इस मौके को गंवा दिया. 40वें मिनट में भारतीय टीम के पास एक और गोल करने का मौका आया. उसे पेनाल्टी कॉर्नर मिला, जापान की गोलकीपर ने गोल बचाया लेकिन पास ही में खड़ी लिलिमा मिंज ने सतर्कता दिखाई और गेंद गोलपोस्ट में डाल भारत को बराबरी पर ला खड़ा किया.
सविता का जोरदार प्रदर्शन
तीसरा क्वार्टर अंत होने से कुछ देर पहले सविता ने एक बार फिर शानदार गोलकीपिंग का परिचय दिया और 45वें मिनट में जापान को मिले पेनाल्टी कॉर्नर को रोक उसे बढ़त लेने से रोका.
अंतिम क्वार्टर में दोनों टीमें बढ़त हासिल करने के लिए संघर्ष कर रही थीं. इसी संघर्ष में भारत के हिस्से एक और पेनाल्टी कॉर्नर आया, लेकिन भारतीय टीम उसे गोल में नहीं बदल सकी. 58वें मिनट में जापान ने एक बार फिर हमला बोला लेकिन सविता एक बार फिर उनके आड़े आ गईं. दोनों टीमें अंतिम क्वार्टर में काफी प्रयासों के बाद भी मैच अपने नाम नहीं कर सकीं.