रेसलर नरसिंह के डोप टेस्ट पॉजिटिव होने के मामले में नेशनल एंटी ड्रग अथॉरिटी यानि नाडा ने फैसला शनिवार तक के टाल दिया है. नाडा के रुख से साफ है कि उन्होंने नरसिंह के आरोपों को ज्यादा तरजीह नहीं दी. लेकिन नरसिंह के साजिश के आरोपों की जांच रिपोर्ट, कमेटी शनिवार या सोमवार को ही सौंपेगी.
इस बीच कुश्ती महासंघ के अध्यक्ष ब्रज भूषण सिंह ने साफ किया कि कुश्ती के 74 किलोग्राम भार वर्ग में भारत का प्रतिनिधित्व रेसलर प्रवीण राणा करेंगे. उनका नाम इंटरनेशनल कुश्ती फेडरेशन को भेज दिया गया था जिसके बाद उन्होंने स्वीकृति दे दी है.
साजिश की बात साफ नहीं हुई
उधर नरसिंह के खाने में मिलावट की शिकायत पर सोनीपत सीआईए की टीम स्पोर्ट्स अथॉरिटी ऑफ इंडिया के सोनीपत सेंटर पहुंची. वहां उसने ट्रेनिंग कर रहे दूसरे रेसलरों, रसोईये और अन्य स्टाफ से पूछताछ की. नरसिंह ने जिन जूनियर रेसलरों का नाम अपनी शिकायत में लिया था, उन्हें पुलिस ने पूछताछ के लिए बुलाया था लेकिन अभी तक किसी साजिश की बात साफ नहीं हुई है. इस मामले में नरसिंह ने सीबीआई जांच की मांग की है.
लग सकता है 4 साल का बैन
पुलिस और नाडा की जांच के बाद अगर नरसिंह को दोषी पाया गया तो उन पर डोपिंग के आरोप में चार साल का बैन लगना तय है. लेकिन किसी सूरत में अगर नरसिंह के आरोप सही पाए जाते हैं और उन्हें सही पाया जाता है फिर भी नरसिंह की ओलंपिक में दावेदारी की कोई उम्मीद बचेगी कहना मुश्किल है.