चैंपियंस ट्रॉफी हॉकी टूर्नामेंट में भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के बाद हॉकी इंडिया के अध्यक्ष ने भारतीय ओलंपिक संघ के शीर्ष अधिकारियों से महिला और पुरुष दोनों ही टीमों के लिए आठ आठ कोचिंग और सहयोगी स्टाफ देने की लिखित मांग की है.
हॉकी इंडिया के अध्यक्ष नरिंदर बत्रा ने लिखा, ‘हॉकी इंडिया का मानना है कि पुरुष और महिला हॉकी टीमों में से प्रत्येक को आठ कोचिंग और सहयोगी स्टाफ (कुल 16 कोचिंग और सहयोगी स्टाफ) की जरूरत है.’
यह चिट्ठी आईओए के अध्यक्ष एन रामचंद्रन और महासचिव राजीव मेहता को भेजा गया है. साथ ही बत्रा ने यह भी आगाह किया कि यदि आईओए इस मामले को गंभीरता से नहीं लेता है तो रियो ओलंपिक में टीम के प्रदर्शन के लिए उसे जिम्मेदार ठहराया जाएगा.
उन्होंने कहा, ‘यदि आईओए स्थिति से समझौता करने की नीति अपनाता है तो हॉकी इंडिया मानेगा कि आईओए ने टीमों के ओलंपिक खेलों के लिए रवाना होने से पहले उन्हें हतोत्साहित करने का फैसला किया है और यदि टीमें अपना बेस्ट परफॉर्मेंस नहीं दिखाती हैं तो फिर आईओए को इसकी नैतिक जिम्मेदारी लेने के लिए तैयार रहना चाहिए.
इसके जवाब में मेहता ने कहा कि सहयोगी स्टाफ के सदस्यों की संख्या क्वालीफाई करने वाले कुल खिलाड़ियों की संख्या का 40 फीसदी से अधिक नहीं हो सकता है. उन्होंने सभी राष्ट्रीय खेल महासंघों से 24 जून तक टीमों के साथ जाने वाले अधिकारियों की सूची भेजने के लिए कहा है.