रियो ओलंपिक में भारतीय एथलीटों की नाकामी जारी है. बीजिंग ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतने वाले भारतीय निशानेबाज अभिनव बिंद्रा ने कहा कि ब्राजीलियाई महानगर रियो डी जनेरियो में चल रहे ओलंपिक खेलों में भारत को अब तक एक भी पदक न मिलने के लिए भारत की खेल व्यवस्था को जिम्मेदार ठहराया है.
व्यवस्था है जिम्मेदार
ब्रिटेन का उदाहरण देते हुए बिंद्रा ने कहा कि देश में खिलाड़ियों पर पर्याप्त निवेश करने के बाद ही उनसे पदक की उम्मीद की जानी चाहिए. बिंद्रा रियो ओलंपिक की 10 मीटर एयर राइफल स्पर्धा के फाइनल में चौथे स्थान पर रहे थे और कांस्य पदक से चूक गए. बिंद्रा ने भारतीय व्यवस्था पर निशाना साधने के लिए ट्विटर का रुख किया.
ब्रिटेन ने किए 55 लाख पाउंड खर्च किए
उन्होंने ट्वीट किया, 'ब्रिटेन ने हर पदक पर 55 लाख पाउंड खर्च किए हैं. इतनी मात्रा में निवेश किए जाने की जरूरत है. जब तक देश में व्यवस्था को दुरुस्त नहीं किया जाता, तब तक पदक की उम्मीद नहीं की जानी चाहिए.'
Each medal costs the UK £5.5 million. That's the sort of investment needed. Let's not expect much until we put systems in place at home.
— Abhinav Bindra (@Abhinav_Bindra) 16 अगस्त 2016
रियो में भारतीय एथलीटों का लचर प्रदर्शन
बिंद्रा ने अपनी ट्वीट में ब्रिटेन के समाचार-पत्र 'द गार्डियन' में प्रकाशित लेख में दिए आंकड़ों का हवाला दिया है. इस लेख में प्रदर्शित किया गया है कि ब्रिटेन ने हर पदक के लिए कितनी भारी मात्रा में खर्च किया है. ओलंपिक खेलों में हिस्सा लेने पहुंचे अब तक के सबसे बड़े भारतीय दल को दो सप्ताह बीत जाने के बाद भी अभी अपने पहले पदक का इंतजार है. भारत लंदन 2012 लंदन ओलंपिक में सर्वाधिक छह पदक लाने में सफल रहा था.