रियो ओलंपिक में आयरलैंड के खिलाफ पहली जीत के बाद भारतीय पुरुष हॉकी ओलंपिक चैंपियन जर्मनी के खिलाफ दो-दो हाथ करने के लिए तैयार है. ओलंपिक में 12 साल बाद पहले मैच में जीत दर्ज करने के बाद अब भारतीय टीम को पूल ‘बी’के अपने दूसरे मुकाबले में दुनिया की मजबूत टीमों में से एक जर्मनी से पार पाने की चुनौती होगी.
भारतीय टीम के हौसले हैं बुलंद
पहले ही मुकाबले में आयरलैंड पर 3-2 की जीत के बाद भारतीय टीम के हौसले सातवें आसमान पर हैं. लेकिन जर्मनी जैसी मजबूत टीम के खिलाफ भारतीय हॉकी टीम को संभलकर खेलना होगा. पिछले मुकाबले में भारतीय खिलाड़ियों ने कई बड़ी गलतियां कीं, जिसे सुधारने की जरूरत है. एक छोटी चूक भारतीय टीम के मनसूबों पर पानी फेर सकती है.
फारवर्ड खिलाड़ियों मौकों के भुनाना होगा
आयरलैंड के खिलाफ मुकाबले में भारतीय टीम गोल करने में तो कामयाब रही, लेकिन फारवर्ड खिलाड़ियों ने कई मौकों पर निराश किया और गोल करने से चूके. इसके अलावा डिफेंस भी बिखरा हुआ नजर आया. इस तरह की गलतियां जर्मनी के खिलाफ मुकाबले में भारतीय टीम पर भारी पड़ सकती हैं. क्वार्टर फाइनल में जगह बनाने के लिए भारत को इस मुकाबले में जीत दर्ज करनी होगी. वहीं जर्मनी ओलंपिक में गोल्ड की हैट्रिक लगाने के इरादे से मैदान पर उतरेगी. जर्मनी 2008 बीजिंग ओलंपिक और 2012 लंदन ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीत चुकी हैं. ये मुकाबला भारतीय समय अनुसार शाम साढ़े सात बजे खेला जाएगा.