आज पूरी दुनिया बैंडमिंटन प्लेयर पीवी सिंधू को सलाम कर रही है. देश की बेटी सिंधू ने भारतीयों का सिर गर्व से ऊंचा जो किया है. ओलंपिक में सिल्वर मेडल जीतने वाली सिंधू पहली भारतीय महिला हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि हैदराबाद में जन्मीं सिंधू का दिल्ली कनेक्शन क्या है?
रियो जाने वाली सिंधू की टीम में कोच गोपीचंद के अलावा एक फिजियोथेरेपिस्ट भी थे, जो दिल्ली के हैं. डॉ सुबोध मोर सिंधू की टीम में बतौर उनके फिटनेस गुरु शामिल थे. डॉ मोर का काम सिंधू की फिजिकल ट्रेनिंग से लेकर उनके खान-पान पर विशेष ध्यान देना था. 2016 रियो ओलंपिक के बाद भारत लौटे डॉ मोर ने एक विशेष मुलाकात में बताया, 'सिधू एक बहुत ही अनुशासित खिलाड़ी हैं, हर मैच से पहले हमारी स्ट्रैटजी और फिटनेस रेजीम बदलती थी. कितने सेट में मैच जीतना है, कितने में हराना है उसी हिसाब से डाइट होती थी. अगर 11 बजे मैच है तो हम मैच से पहले एक सेशन कर के, ब्रेकफॉस्ट कर के, रेस्ट करते थे. एक आम आदमी के लिए एक घंटे का सेशन ही काफी होता है, लेकिन हमारी कड़ी मेहनत आखिर रंग लाई.'
सिंधू को चॉकलेट खिलाकर मनाया जीत का जश्न
21 साल की सिंधू की ट्रेनिंग महज नौ साल की उम्र से शुरु हो गई थी. 12 साल से सिंधू ने ट्रेनिंग का एक सख्त शिड्यूल फॉलो किया है. डॉ मोर के मुताबिक हर आम लड़की
की तरह सिंधू को चॉकलेट और आइसक्रीम खाना पसंद है. उन्होंने बताया, 'हमने उसके लिए जो लाइन खींच दी, उसने उसको कभी पार करने की कोशिश नहीं की. ऐसा खाना है, ऐसा
करना है, उसने बिल्कुल वैसा ही किया जैसा हमने कहा. कभी-कभी लगता था कि मुश्किल है नहीं हो पाएगा लेकिन सिंधू ने हमेशा इसे सही स्पिरिट में लिया. जब सिंधू मेडल जीती
तो हमने उसे चॉकलेट खिलाकर ही सेलिब्रेट किया.'
सिंधू ने अपने फिटनेस गुरु को गिफ्ट किया विनिंग रैकेट
सिंधू सोमवार को मेडल जीत कर देश वापस लौटी हैं. जाहिर है कि हर कोई खुश है. लेकिन बहुत कम लोग जानते हैं कि सिंधू ने अपनी जीत के बाद अपने फिटनेस गुरु डॉ
सुबोध मोर को टोकन ऑफ थैंक्स देते हुए अपना विनिंग रैकेट गिफ्ट किया. जाहिर है कि डॉ मोर के लिए भी ये किसी सौगात से कम नहीं है.