डबल्स रैंकिंग में टॉप पर पहुंचने वाली पहली भारतीय महिला टेनिस खिलाड़ी सानिया मिर्जा ने रविवार को कहा कि हर किसी का सपना एक दिन नंबर एक तक पहुंचना होता है.
सानिया ने जीत के बाद कहा, 'हर किसी का बचपन से सपना नंबर वन बनना होता है.’ सानिया ने इस सफलता का श्रेय अपनी जोड़ीदार मार्टिना हिंगिस को देते हुए कहा, 'यह सफलता मिलने पर उनसे बेहतर जोड़ीदार नहीं हो सकता था. जब हम यहां आए थे तब हमारे जेहन में नंबर वन रैंकिंग हासिल करने का लक्ष्य था. उन्होंने मेरी मदद की. वह बेहतरीन इंसान और शानदार खिलाड़ी हैं. हम दुनिया की नंबर एक टीम भी बन गए हैं.' सानिया ने उम्मीद जताई कि उनकी जोड़ी अभी कई और टूर्नामेंट जीतेगी.
जीत से हासिल किए 470 अंक सानिया और हिंगिस की शीर्ष वरीयता प्राप्त जोड़ी ने सेसी डेल्लाका और डारिजा जुराक को एकतरफा फाइनल में 6-0, 6-4 से हराया. सानिया को इस जीत से 470 अंक मिले, जिससे उनके कुल 7965 अंक हो गए. उन्होंने इटली की सारा ईरानी (7640) और राबर्टा विंची (764) को पछाड़ा. हालांकि आधिकारिक रैंकिंग सोमवार को जारी होगी. सानिया से पहले भारत के सिर्फ लिएंडर पेस और महेश भूपति डबल्स रैंकिंग में शीर्ष पर पहुंचे हैं.
-इनपुट भाषा