भारतीय टीम से बाहर चल रहे सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर ने यह मानने से इनकार कर दिया कि भारतीय टीम को अत्यधिक क्रिकेट खेलने से हुई थकान के कारण वेस्टइंडीज में चल रही त्रिकोणीय श्रृंखला में लगातार दो मैचों में हार का सामना करना पड़ा.
गंभीर ने कहा, ‘ऐसा बिलकुल नहीं है..अगर आप थकान की बात कर रहे हो तो अन्य टीमों के साथ भी ऐसा होना चाहिए. वे भी इससे प्रभावित होनी चाहिए. श्रीलंका भी भारत के बराबर क्रिकेट खेल रहा है. अगर अन्य टीमें अच्छा खेल रही हैं तो हमें इसे स्वीकार करना चाहिए. उनके प्रयासों को मान्यता दी जानी चाहिए.’
भारत को त्रिकोणीय श्रृंखला के अपने दूसरे मैच में श्रीलंका के हाथों 161 रन की हार का सामना करना पड़ा. श्रीलंका ने पहले बल्लेबाजी करते हुए एक विकेट पर 348 रन बनाए और फिर भारत को 44.5 ओवर में 187 पर ढेर कर दिया. भारत की यह लगातार दूसरी हार थी. इससे पहले उसे वेस्टइंडीज के खिलाफ भी एक विकेट की हार का सामना करना पड़ा था.
गंभीर ने हार को हालांकि अधिक तवज्जो नहीं दी और कहा कि यह खेल का हिस्सा है.
गंभीर ने कहा, ‘प्रत्येक खेल में ऐसा होता है. अच्छे और बुरे चरण आते हैं और ऐसी चीजें होती हैं. यह क्रिकेट का हिस्सा है.’ दिल्ली के इस आक्रामक बल्लेबाज ने विराट कोहली की कप्तानी के बारे में कुछ भी कहने से इनकार कर दिया जो नियमित कप्तान महेंद्र सिंह धोनी के पैर की मांसपेशियों में चोट के कारण बाहर होने के बाद टीम की कमान संभाल रहे हैं.
गंभीर ने राष्ट्रीय टीम में वापसी की कवायद के तहत अपने बल्लेबाजी कौशल को निखारने के उद्देश्य से एक हफ्ते के लिए भारत के पूर्व सलामी बल्लेबाज डब्ल्यूवी रामन की सेवाएं निजी सलाहकार के तौर पर ली हैं.