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IND vs AUS 4th Test, Brisbane: शुभमन गिल की बनाई बुनियाद पर टीम इंडिया ने छुआ आसमान

टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रच दिया, वो भी ऐसे समय जब फिटेनस एक अहम मुद्दा था. सीरीज में चोटिल खिलाड़ियों की कतार लंबी होती जा रही थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के संकल्प पूर्ण प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया पर ऐसी जीत दिलाई, जिसे वर्षों याद रखा जाएगा.

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Shubman Gill goes over the off side, Australia vs India, 4th Test, Brisbane (Getty)
Shubman Gill goes over the off side, Australia vs India, 4th Test, Brisbane (Getty)
स्टोरी हाइलाइट्स
  • टीम इंडिया के सामने कंगारू पस्त, मिली बेहतरीन जीत
  • ब्रिस्बेन के गाबा में रुका ऑस्ट्रेलियाई टीम का विजय रथ
  • टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया से उसके घर में जीती सीरीज

टीम इंडिया ने ऑस्ट्रेलिया में इतिहास रच दिया, वो भी ऐसे समय जब फिटेनस एक अहम मुद्दा था. सीरीज में चोटिल खिलाड़ियों की कतार लंबी होती जा रही थी, लेकिन भारतीय खिलाड़ियों के संकल्प पूर्ण प्रदर्शन ने ऑस्ट्रेलिया पर ऐसी जीत दिलाई, जिसे वर्षों याद रखा जाएगा. टेस्ट मैच के 5वें दिन 328 रनों का लक्ष्य हासिल करना किसी करिश्मे से कम नहीं माना जा सकता. टीम इंडिया ने सीरीज का चौथा और अंतिम टेस्ट 3 विकेट से जीतकर ऑस्ट्रेलिया को उसके घर में लगातार 2-1 मात दी. 

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मंगलवार को भारतीय टीम ने 7 विकेट खोकर जीत का लक्ष्य (329/7) हासिल कर लिया. इस जीत में शुभमन गिल (91), चेतेश्वर पुजारा (56) के बाद ऋषभ पंत (नाबाद 89) का अहम योगदान रहा. गिल ने जो आक्रामकता दिखाई, उसी से टीम इंडिया की जीत की राह बाद में आसान हो गई. ऋषभ पंत ने ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों का डटकर सामना किया और टीम को जीत तक ले गए. वॉशिंगटन सुंदर (22) ने इस पारी में भी अपनी बल्लेबाजी क्षमता दिखाई.   

टीम इंडिया ने न सिर्फ ब्रिस्बेन में 33 साल से अजेय चल रही ऑस्ट्रेलिया का विजय रथ रोका, बल्कि यहां सफलतापूर्वक सर्वोच्च लक्ष्य का पीछा किया. इससे पहले गाबा पर चौथी पारी में सर्वोच्च लक्ष्य का पीछा करके जीत 1951 में वेस्टइंडीज ने हासिल की थी, जब उसने 236 रन बनाए थे. ब्रिस्बेन में मेजबान ऑस्ट्रेलिया को लागातार 7 टेस्ट जीतने के बाद यह हार मिली है. 

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भारतीय टीम ने सीरीज पर 2-1 से कब्जा कर लिया. इसके साथ ही वह बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी जीत की हैट्रिक लगाने में कामयाब रही. भारत ने पिछली दोनों सीरीज जीतकर बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी पर कब्जा किया था. 2018/19 में पिछले ऑस्ट्रेलिया दौरे में भारत ने 2-1 से और इससे पहले 2016/17 में भारत ने अपने घर में ऑस्ट्रेलिया को इतने ही अंतर से मात दी थी.

इस जीत के साथ ही टीम इंडिया आईसीसी विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप में नंबर-1 पर पहुंच गई. 

 

आखिरी दिन ऐसे मिली टीम इंडिया को जीत 

चेतेश्वर पुजारा की 211 गेंदों पर खेली गई 56 रनों की पारी खेलकर फिर से अपना जुझारूपन दिखाया. उन्होंने अपने इन दोनों युवा साथियों को खुलकर खेलने का मौका दिया. पुजारा ने गिल के साथ 240 गेंदों पर 114 और पंत के साथ 141 गेंदों पर 61 रनों की उपयोगी साझेदारियां की.

ऑस्ट्रेलिया ने नई गेंद से पुजारा और मयंक अग्रवाल (9) के विकेट लिये, लेकिन पंत ने दूसरे छोर से रन बनाने जारी रखे और वॉशिंगटन सुंदर (22) ने उनका पूरा साथ दिया. ऑस्ट्रेलियाई खेमे में हताशा साफ नजर आ रही थी.

सुंदर ने कमिंस की लगातार गेंदों पर छक्का और चौका लगाकर माहौल बदला, जबकि पंत ने लियोन पर लगातार दो चौके लगाए. पंत के साथ छठे विकेट के लिए 53 रन जोड़कर सुंदर लियोन की गेंद पर बोल्ड हो गए.

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पहली पारी में 67 रन बनाने वाल शार्दुल ठाकुर ने आसान कैच दे दिया, लेकिन पंत डिगे नहीं. उन्होंने जोश हेजलवुड पर विजयी चौका लगाया.

भारत आखिरी दिन अगर 325 रन बना पाया, तो इसका पूरा श्रेय गिल और पंत को जाता है. रोहित शर्मा (7) के सुबह जल्दी आउट होने के बावजूद गिल ने मजबूत इरादों के साथ बल्लेबाजी की.

गिल से शतक चूके, पर रखी जीत की बुनियाद 

सलामी बल्लेबाज शुभमन गिल अपने पहले टेस्ट शतक से चूक गए, लेकिन उनकी आकर्षक अर्धशतकीय पारी से भारत ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चौथे और अंतिम टेस्ट में भारत की जीत की बुनियाद रखी.

गिल ने प्रवाहमय बल्लेबाजी की और 91 रनों की शानदार पारी खेली. भारत ने दूसरे सत्र में उनके अलावा कप्तान अजिंक्य रहाणे (24) का विकेट भी गंवाया. रोहित शर्मा (7) के सुबह जल्दी आउट होने के बाद गिल और पुजारा ने दूसरे विकेट के लिए 114 रनों की साझेदारी की. इसमें पुजारा का योगदान 26 रन था.

इस दौरान पुजारा ने विकेट बचाए रखने तो गिल ने रन बनाने का बीड़ा उठाया. गिल अपने पूरे रंग में दिखे और उन्होंने किसी भी ढीली गेंद को नहीं बख्शा. इस 21 साल के बल्लेबाज ने सहजता से कट और ड्राइव किए और कुछ शॉर्ट पिच गेंदों खूबसूरत पुल शॉट भी लगाए.

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उन्होंने अपना दूसरा अर्धशतक पूरा करने के बाद मिशेल स्टार्क के बाउंसर को बैकवर्ड प्वाइंट पर 6 रनों के लिए भी भेजा. लंच के बाद पुजारा ने 103वीं गेंद का सामना करते हुए अपना पहला चौका लगाया. लेकिन वह गिल थे, जिन्होंने अपनी जोरदार बल्लेबाजी जारी रखी.

उनके निशाने पर फिर से स्टार्क थे, जिनकी शॉर्ट पिच गेंद को छक्के के लिए भेजने के बाद गिल ने अगली तीन गेंदों पर चौके जड़े. जब भारत एक आकर्षक शतक का इंतजार कर रहा था, तब अपना 100वां टेस्ट मैच खेल रहे नाथन लियोन की ऑफ स्टंप से बाहर जाती गेंद को ड्राइव करने की कोशिश में उन्होंने स्लिप में स्टीव स्मिथ को कैच दे दिया. गिल ने 146 गेंदें खेलीं तथा 8 चौके और 2 छक्के लगाए. 

पुजारा को ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने लगातार शॉर्ट पिच गेंदें कीं, जिनमें से कुछ उन्होंने अपने शरीर पर भी झेली. उनके खिलाफ ऑस्ट्रेलिया ने एलबीडब्ल्यू के लिए दो बार डीआरएस का सहारा भी लिया, लेकिन दोनों अवसरों पर उसे सफलता नहीं मिली.

रहाणे ने सकारात्मक अंदाज में बल्लेबाजी की. उन्होंने लियोन पर मिडविकेट पर छक्का भी जमाया, लेकिन पैट कमिंस की कोण लेती गेंद पर ‘शॉट खेलूं या न खेलूं’ की ऊहापोह में उन्होंने विकेट के पीछे आसान कैच दे दिया.

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सुबह भारत ने बिना किसी नुकसान के 4 रनों से आगे खेलना शुरू किया, लेकिन पैट कमिंस ने रोहित को खूबसूरत गेंद पर चलता कर दिया. गेंद उनके बल्ले का किनारा लेकर पहली स्लिप में गई, जिसे विकेटकीपर टिम पेन ने डाइव लगाकर अपने दस्तानों के हवाले किया.

सुबह के सत्र में लियोन ने ऑफ साइड में करीबी फील्डिर नहीं रखने की रणनीति अपनाई, जिसकी शेन वॉर्न ने भी आलोचना की. इसके अलावा ऑस्ट्रेलिया ने अधिकतर समय आक्रामक फील्डिंग लगाए रखी.

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