महेश भूपति और रोहन बोपन्ना को ओलंपिक से पहले के बागी तेवरों का खामियाजा भुगतना पड़ा जब अखिल भारतीय टेनिस संघ ने न्यूजीलैंड के खिलाफ आगामी डेविस कप मुकाबले के लिये उन्हें भारतीय टीम से बाहर करते हुए युवाओं को शामिल किया है.
लिएंडर पेस और सोमदेव देववर्मन के नाम पर विचार नहीं किया गया क्योंकि वे पहले ही खुद को अनुपलब्ध बता चुके हैं. मुकाबले 14 से 16 सितंबर तक चंडीगढ में खेले जायेंगे. भारतीय टीम में युकी भांबरी, विष्णु वर्धन, साकेत मिनेनी, दिविज शरण, सनम सिंह और श्री राम बालाजी हैं. अंतिम चार खिलाड़ियों का चयन दो सितंबर को किया जायेगा. पेस अमेरिका में विश्व टीम टेनिस चैम्पियनशिप खेलना चाहते हैं जबकि सोमदेव फिट नहीं है.
एआईटीए के महासचिव भरत ओझा ने कहा कि एक जुलाई को हुई कार्यकारी समिति की बैठक में हमें निर्देश मिला था कि खेलने से इनकार करने वाले खिलाड़ियों के लिये आचार संहिता होनी चाहिये. ओलंपिक से पहले हमें चयन समस्या से जूझना पड़ा था, लिहाजा रोहन बोपन्ना और महेश भूपति को नहीं चुना गया है.
सोमदेव और पेस के बारे में उन्होंने कहा कि दोनों ने मुकाबले से बाहर रहने का अनुरोध किया था. उन्होंने कहा कि सोमदेव चोट से उबर रहा है. उसने बताया था कि वह उपलब्ध नहीं होगा. वह अमेरिकी ओपन खेलेगा लेकिन फिटनेस को लेकर आश्वस्त नहीं है.
ओझा ने कहा कि पेस ओलंपिक के बाद थक चुका है और आगे ग्रैंडस्लैम भी है. उसने कहा कि विश्व टीम टेनिस नहीं खेलना उसके लिये मुश्किल होगा क्योंकि यह अहम मैच, फाइनल है.
एआईटीए ने कहा कि अब भविष्य के लिये टीम तैयार करने का समय है. ओझा ने कहा कि चयन समिति ने कुछ जूनियर खिलाड़ियों को आजमाने का फैसला किया है. उनके लिये यह अच्छा मौका होगा.
युकी की रैंकिंग 191 है जबकि वर्धन (285), मिनेनी (387), बालाजी (390) और सनम (415) उनके बाद हैं. एआईटीए ने भूपति और बोपन्ना को बाहर करके संदेश दिया है कि अनुशासनहीनता कतई बर्दाश्त नहीं की जायेगी.
भूपति और बोपन्ना ने लंदन ओलंपिक से पहले पेस के साथ खेलने से इनकार करके बड़े विवाद को जन्म दिया था. दोनों पुरूष युगल वर्ग में साथ खेलना चाहते थे. दोनों क्वार्टर फाइनल में हार गए. भारत को ओलंपिक की टेनिस स्पर्धा में कोई पदक नहीं मिल सका. भारत और न्यूजीलैंड के बीच होने वाले मुकाबले में हारने वाली टीम ग्रुप दो में खिसक जायेगी. दोनों टीमों के बीच हार जीत का 3-3 से बराबरी का रिकार्ड है.