वर्ल्ड चैंपियन चेस खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद ने कहा कि लिएंडर पेस और महेश भूपति को ओलंपिक खेलों से पहले सार्वजनिक तौर पर झगड़ने के बजाय लंदन में होने वाले इस खेल महाकुंभ से पहले अपने मतभेद सुलझाने चाहिए.
पांच बार के विश्व चैंपियन आनंद ने टेनिस चयन को लेकर उठे विवाद को अप्रिय करार देते हुए कहा, ‘उन्हें इसे काफी पहले निबटाने की कोशिश करनी चाहिए थी और जब टीमों को सौंपने की समयसीमा पास में आ गयी थी तब उसको सार्वजनिक नहीं करना चाहिए था.’
उन्होंने कहा, ‘उन्हें कुछ चीजों पर असहमति होगी और खेलों में ऐसा अमूमन होता है, लेकिन उन्हें काफी पहले चुपचाप इसका निबटारा कर देना चाहिए था. जो कुछ हुआ वह अच्छा नहीं था.’
आनंद को उम्मीद है कि भारत बैडमिंटन, एथलेटिक्स और निशानेबाजी में पदक जीतेगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे आशा है कि हम पिछली बार (बीजिंग 2008) की तुलना में अधिक पदक जीतेंगे. कुछ खेल हैं जैसे कि बैडमिंटन, एथलेटिक्स और निशानेबाजी जिनमें हमारी पदक जीतने की अच्छी संभावना है. हो सकता है कि हम टेनिस में भी पदक जीत जाएं.'
आनंद ने कहा, ‘मुझे पूरी उम्मीद है कि वे गंभीरता से अभ्यास कर रहे होंगे और तमाम चीजों से चिंतित नहीं होंगे. उन्हें वास्तव में केवल ओलंपिक पर ध्यान देना चाहिए.’
ओलंपिक खेलों की टेनिस टीम की चयन को लेकर काफी विवाद खड़ा हो गया था. भूपति और रोहन बोपन्ना ने देश के नंबर एक युगल खिलाड़ी लिएंडर पेस के साथ खेलने से इनकार कर दिया था.
इसके बाद अखिल भारतीय टेनिस संघ ने पेस को कम रैंकिंग वाले खिलाड़ी विष्णु वर्धन के साथ जोड़ी बनाने को कहा.