भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने शुक्रवार को आईपीएल फ्रेंचाइजी डेक्कन चार्जर्स का करार समाप्त कर दिया है. बीसीसीआई ने कहा है कि डेक्कन शुक्रवार शाम तक बैंक गारंटी के तौर पर 100 करोड़ रुपये जमा नहीं कर सका, जो उसका करार समाप्त करने का कारण बना.
बीसीसीआई ने एक बयान में कहा कि खिलाड़ियों का बकाया भुगतान और 'फ्रेंचाइजी द्वारा उठाए गए त्वरित कदम' ने उसे इस फैसले को बाध्य किया.
बीसीसीआई ने डेक्कन चार्जर्स के साथ अनुबंध किए रद्द
आधिकारिक बयान में कहा गया है कि बीसीसीआई को आईपीएल गवर्निग काउंसिल की आपात बैठक बुलाने पर बाध्य होना पड़ा. इस बैठक में डेक्कन चार्जर्स को लेकर विचार-विमर्श हुआ, जिसमें खिलाड़ियों की बकाया राशि एवं अन्य बातें शामिल हैं.
इससे पहले, शुक्रवार को मुंबई की एक रियल एस्टेट कम्पनी-कमला लैंडमार्क रियल एस्टेट ने डेक्कन चार्जर्स को अघोषित रकम में खरीद लिया.
बिक्री से मिली राशि जमा कराये डेक्कन चार्जर्सः बंबई हाई कोर्ट
डेक्कन क्रॉनिकल होल्डिंग्स लिमिटेड (डीसीएचएल) ने शुक्रवार को बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) को इस बात की जानकारी दी कि गुरुवार को कम्पनी के निदेशक मंडल ने एक बैठक में डेक्कन चार्जर्स को कमला लैंडमार्क रियल एस्टेट होल्डिंग्स प्राइवेट लिमिटेड को बेचने का फैसला किया.
आईपीएल में डेक्कन चार्जर्स का सफर काफी उतार-चढ़ाव भरा रहा है. उसने वर्ष 2009 में एडम गिलक्रिस्ट के नेतृत्व में खिताब जीता था लेकिन पहले संस्करण में वह 10 टीमों के बीच सबसे निचले स्थान पर रही थी.