बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड (बीसीबी) ने पूर्व क्रिकेटर शरीफुल हक पर स्पॉट फिक्सिंग में लिप्त रहने के लिये अनिश्चितकाल के लिये प्रतिबंध लगा दिया है. बांग्लादेश प्रीमियर लीग (बीपीएल) शुरू होने से एक दिन पूर्व मशरेफी मुर्तजा ने शरीफुल पर स्पॉट फिक्सिंग के आरोप लगाये थे.
बीपीएल शुरू होने से एक दिन पहले मशरेफी ने दावा किया कि शरीफुल ने उनसे संपर्क किया था. उनके इस दावे की जांच के लिये बीसीबी के वरिष्ठ उपाध्यक्ष महबुबुल अनाम की अध्यक्षता में जांच समिति गठित की गयी जिसने दावे को सही बताया. बीसीबी अध्यक्ष एएचएम मुस्तफा कमाल ने कहा, ‘उसको (शरीफुल) देश में किसी भी हैसियत से क्रिकेट संबंधी गतिविधियों में शामिल होने की अनुमति नहीं दी जाएगी.
बीपीएल को प्रभावित करने की कोशिश करने वाले क्रिकेटर को लेकर उप समिति ने आरोपों की जांच की. अनिश्चित काल का प्रतिबंध मंगलवार से लागू हो जाएगा.’ उन्होंने कहा, ‘यह सभी के लिये संदेश होगा. कोई भी उसका उपयोग नहीं कर सकता है. हम आईसीसी को भी सूचित करेंगे.’
दूसरी तरफ शरीफुल ने कहा कि वह बीसीबी के पास फैसला बदलने के लिये अपील करेंगे. उन्होंने कहा, ‘मैं प्रतिबंध के खिलाफ निश्चित तौर पर अपील करूंगा. मुझे क्रिकेट बोर्ड ने इस बारे में कुछ नहीं बताया है लेकिन मैं खुद का बचाव करूंगा और चाहूंगा कि प्रत्येक इस बारे में जाने.’
फरवरी में ढाका के कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित रिपोर्टों के अनुसार शरीफुल ने मशरेफी से यह जानकारी देने के लिये कहा था कि क्या वह कुछ खास मैचों में खेलेंगे या वह धूप के चश्मे या टोपी पहनेंगे या नहीं. मशरेफी से कहा गया था कि इसके बदले में उन्हें स्पॉट सट्टेबाजी से होने वाली कमाई का 15 से 20 प्रतिशत हिस्सा मिलेगा.