भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने दक्षिण अफ्रीका से श्रृंखला गंवाने के लिये खराब बल्लेबाजी को जिम्मेदार ठहराया लेकिन यह मानने से इंकार कर दिया कि विश्व कप से पहले उनकी टीम के लिये यह चिंता का विषय है जिसमें एक महीने से भी कम समय रह गया है.
पांचवें और अंतिम मैच में 33 रन से हार के बाद पांच मैचों की श्रृंखला 2-3 से गंवाने के बाद धोनी ने मैच के बाद प्रेस कांफ्रेस में कहा कि मुझे लगता है कि वनडे में हमारे बल्लेबाजी विभाग ने अच्छा प्रदर्शन नहीं किया. यही हमारे श्रृंखला गंवाने का मुख्य कारण रहा लेकिन उम्मीद है कि विश्व कप तक सब कुछ ठीक हो जायेगा.
उन्होंने कहा कि पूरी श्रृंखला में हमारे बल्लेबाजी विभाग ने काफी रन नहीं बनाये. विराट कोहली ने अच्छा किया है. वहीं बल्लेबाजी क्रम में नीचे यूसुफ पठाने ने भी बढ़िया प्रदर्शन किया. हमें एक इकाई की तरह खेलने की जरूरत है.
धोनी ने कहा कि लेकिन यह एक या दो पारियों की बात है. कुछ बल्लेबाजों को तैयारी का काफी समय भी नहीं मिला. यह आपके दिमाग में चलता रहता है लेकिन अनुभवी खिलाड़ी भी इसी दौर से गुजरे होंगे.
धोनी ने कहा कि क्रिकेट में ऐसा होता है. विशेषकर हमारे साथ जो साल में 30-35 वनडे खेलते हैं. इसलिये साल में फार्म उपर नीचे होती रहती है. भारतीय शीर्ष क्रम खराब शाट खेलने के कारण पवेलियन लौट गया लेकिन धोनी ने बल्लेबाजों का बचाव करते हुए कहा कि यह क्रिकेट का हिस्सा है.{mospagebreak}
उन्होंने कहा कि यह क्रिकेट का हिस्सा है लेकिन हमें मैच में प्रत्येक ओवर में छह रन का पीछा करना होता है जो हमेशा मुश्किल होता है. आप विपक्षी टीम पर दबदबा बनाने की कोशिश करते हो और कभी कभार विकेट गंवा बैठते हो और इस मैच में भी ऐसा ही हुआ.
धोनी ने कहा कि कभी यह कारगर भी साबित होता है क्योंकि अगर आप यूसुफ की पारी देखो तो वह कुछ गेंद खेलता है और फिर गेंदबाजों पर दबदबा बना लेता है. वह इसमें सचमुच सफल हुआ था और यही इसकी ताकत भी है. इसी तरह कुछ बल्लेबाज अपने स्ट्रोक खेलते हैं और आउट हो जाते हैं.