अपेक्षा के अनुरूप प्रदर्शन करते हुए निशानेबाजों ने 19वें राष्ट्रमंडल खेलों में भारत की झोली में पीले तमगे डालने का सिलसिला शुरू कर दिया. गोल्डन ब्वाय अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग की अगुवाई में भारत ने कर्णीसिंह रेंज पर पहले दिन चार पदक जीते.
ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता निशानेबाज अभिनव बिंद्रा और गगन नारंग ने मेजबान को पहला स्वर्ण दिलाते हुए दस मीटर एयर राइफल पेयर्स में खेलों का नया रिकार्ड भी बनाया. भारत की झोली में दूसरा स्वर्ण अनिसा सैयद और सर्नोबत राही ने डाला जिन्होंने 25 मीटर महिला पिस्टल पेयर्स में बाजी मारी.
भारत को पहला रजत पदक ओंकार सिंह और दीपक शर्मा ने 1187 अंक जुटाकर पुरूषों की 50 मीटर पिस्टल स्पर्धा में रजत पदक जीता. सिंगापुर के बिन गेइ और स्वी होन लिम ने स्वर्ण पदक जीता जबकि त्रिनिदाद और टोबैगो के रोजर पीटर डेनियल और रोडने रिचर्ड एलेन को कांस्य पदक मिला. {mospagebreak}
पहले दिन निशानेबाजी में विश्व चैम्पियन तेजस्विनी सावंत और लज्जाकुमारी गोस्वामी ने महिलाओं की 50 मीटर राइफल थ्री पोजिशन पेयर्स में रजत पदक जीता. इन्होंने 1143 अंक बनाये. स्वर्ण पदक सिंगापुर की सेर वेइ जास्मीन और अकिला सुधीर ने जीता जबकि स्काटलैंड के केय कोपलैंड और जेन मेकिंटोष ने 1142 अंक लेकर कांस्य पदक अपने नाम किया.
इससे पहले बिंद्रा और नारंग ने रिकार्ड के साथ भारत को पहला सोना दिलाया. दोनों ने 1193 अंक बनाकर चार साल पहले मेलबर्न में बनाया अपना ही 1189 अंक का रिकार्ड तोड़ा. विश्व रिकार्डधारी गगन ने 99, 100, 100, 99, 100, 100 समेत 598 का स्कोर बनाया. वहीं बीजिंग ओलंपिक के स्वर्ण पदक विजेता बिंद्रा ने 100, 98, 99, 100, 99, 99 समेत 595 अंक बनाये.
इंग्लैंड के जेम्स हकल और केनी पेर : 1174 : ने रजत पदक जीता जबकि बांग्लादेश के अब्दुल्ला हेल बाकी और मोहम्मद आसिफ हुसैन खान (1173) ने कांस्य पदक हासिल किया. दोनों टीमें हालांकि बिंद्रा और गगन से काफी पीछे रही.
25 मीटर महिला पिस्टल पेयर्स में भारतीय जोड़ी ने 1156 का स्कोर किया. आस्ट्रेलिया की रियान लिंडा और ललिता वाय ने रजत पदक जीता जिनका स्कोर 1146 था. कांस्य पदक इंग्लैंड की जोर्ज जीकी और जूलिया लिडाल की जोड़ी को मिला जिनका स्कोर 1122 रहा. {mospagebreak}
राष्ट्रीय कोच सनी थामस ने कहा, ‘मैने निशानेबाजों को खेलों से पहले कुछ भी बोलने से मना किया था. लोगों को लगा कि मैं तानाशाह हूं लेकिन मैने जो भी किया, देश के लिये किया और हमें इसका फल मिला.’
उन्होंने कहा कि जीत के खुमार में डूबने की बजाय आने वाली स्पर्धाओं पर ध्यान केंद्रित करना होगा. उन्होंने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हमने स्वर्ण पदक जीते. लेकिन आने वाले मुकाबले और कड़े होंगे जिनमें हमें अधिक मेहनत करनी होगी.’