''अगर वेस्टइंडीज को इस कप में अपनी संभावनाओं के सपने देखने हैं, तो उसे वास्तव में अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. सभी टीमों को भी''
हर व्यक्ति अपने देश की टीम को विश्व कप जीतते देखना चाहता है और मैं कोई अपवाद नहीं हूं. इतना कहने के बाद, मैं पूरे विश्वास के साथ यह नहीं कह सकता हूं कि वेस्टइंडीज की मौजूदा टीम में 2011 की चैंपियन बनने की क्षमता है. अगर उन्हें इस कप में अपनी संभावनाओं के सपने देखने हैं, तो उसे वास्तव में अच्छी गेंदबाजी करनी होगी. उनकी गेंदबाजी में धार की कमी है.
निश्चित तौर पर टीम क्रिस गेल, डेरेन ब्रावो, रामनरेश सरवन और शिवनारायण चंद्रपॉल जैसे कुछ विश्वस्तरीय बल्लेबाजों का दम भर सकती है. लेकिन समस्या यह है कि ये खिलाड़ी एक स्तर का खेल निरंतर नहीं खेलते. चंद्रपॉल एक अनुभवी खिलाड़ी हैं, लेकिन उनका फॉर्म चिंता का विषय है. डेरेन ब्रावो घुटने की चोट के कारण टूर्नामेंट से बाहर हो चुके हैं, जो टीम के लिए भारी झटका है.
गेंदबाजों में केमरा रॉश में बल्लेबाजों की किसी भी कतार को भेद देने की क्षमता है. हालांकि उन्होंने नीदरलैंड्स के खिलाफ हैट्रिक बनाई है, लेकिन इससे उनकी योग्यता का पता चलता है. बाएं हाथ के स्पिनर सुलेमान बेन उपमहाद्वीप की पिचों पर उपयोगी साबित हो सकते हैं. वेस्टइंडीज की टीम, जो कभी दुनिया की सबसे शक्तिशाली टीम हुआ करती थी, का पतन देखना दुर्भाग्यपूर्ण है.{mospagebreak}
1980 के दशक में टीम में सुपरस्टार्स की भरमार थी. कहने का अर्थ यह नहीं है कि मौजूदा खिलाड़ी प्रतिभाशाली नहीं हैं. लेकिन उनका विकास अपेक्षित ढंग से नहीं हुआ है. अब दोषारोपण का कोई लाभ नहीं है. इस पतन के लिए हम सभी जिम्मेदार हैं. हमें एक अच्छा ढांचा अवश्य और तुरंत लागू करना चाहिए और अपने देश में खेल को ऊपर उठाने की हरसंभव कोशिश करनी चाहिए.
अगर वेस्टइंडीज की मौजूदा टीम से मुझे पांसा पलट सकने वाले चार खिलाड़ी चुनने को कहा जाए, तो ये होंगे- गेल, डेरेन ब्रावो, रॉश और सरवन. कप जीतने की वास्तविक संभावना वाली तीन टीमें हैं-भारत, दक्षिण अफ्रीका और ऑस्ट्रेलिया. दक्षिण अफ्रीका की गेंदबाजी बहुत सशक्त है और उनकी बल्लेबाजी बहुत अनुभवी है. टूर्नामेंट की शुरुआत के समय मैंने ऑस्ट्रेलिया को ज्यादा महत्व नहीं दिया था, लेकिन अब मुझे उनकी गेंदबाजी में संभावना नजर आती है. भारत को अपनी बल्लेबाजी की क्षमता के बूते कप जीतना होगा. मुझे वीरेंद्र सहवाग की बल्लेबाजी देखना उतना ही पसंद है, जितना मैं डेरेन ब्रावो की बल्लेबाजी देखना पसंद करता हूं.
अपना अंतिम विश्व कप मैं भारत में खेल चुका हूं, इस कारण कह सकता हूं कि शानदार बल्लेबाजों वाली टीम यहां एक अच्छा स्कोर खड़ा कर सकती है, लेकिन सिर्फ वे ही टीमें यहां सफल हो सकती हैं, जिनके पास बल्लेबाजी को भेद सकने लायक गेंदबाजी का आक्रमण हो.
''इयान बिशप वेस्टइंडीज के पूर्व तेज गेंदबाज हैं.''