केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) ने सोमवार को राष्ट्रमंडल खेलों में भ्रष्टाचार के मामले में अपनी कार्रवाई करते हुए लंदन में पिछले साल क्वीन्स बेटन रिले के दौरान कथित अनियमितताओं और धोखाधड़ी के आरोपों में राष्ट्रमंडल खेल आयोजन समिति के दो बर्खास्त वरिष्ठ अधिकारियों को गिरफ्तार कर लिया.
सीबीआई ने समिति के पूर्व संयुक्त महानिदेशक टी एस दरबारी और पूर्व उप महानिदेशक संजय महेंद्रू के खिलाफ दो मामले दर्ज किये और इसके बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया. सीबीआई ने आयोजन समिति के मुख्यालय समेत चार स्थानों पर छापे भी मारे. दरबारी और महेंद्रू दोनों को आयोजन समिति के अध्यक्ष सुरेश कलमाड़ी का करीबी सहयोगी समझा जाता है.
सीबीआई ने कहा कि पहला मामला लंदन की ए एम कार एंड वान हायर लिमिटेड को ठेका देने के मामले में भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के अनेक प्रावधानों के तहत दर्ज किया गया है. सीबीआई ने दरबारी, महेंद्रू, आयोजन समिति के निदेशक राज सिंह, कंपनी के निदेशक आशीष पटेल और अन्य अज्ञात लोगों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 468, 471, 120-बी तथा भ्रष्टाचार निरोधक अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया. {mospagebreak}
सीबीआई के एक प्रवक्ता ने यहां संवाददाताओं के समक्ष एजेंसी के वक्तव्य को पढ़ते हुए कहा, ‘आरोप है कि आयोजन समिति के आरोपी अधिकारियों ने परिवहन कंपनी और इसके निदेशक के साथ साजिश करके कंपनी को बिना मानक प्रक्रिया का पालन किये अनुचित दरों पर ठेका दे दिया.’
प्रवक्ता ने कहा, ‘काम झूठे आधार पर दिया गया कि कंपनी भारतीय उच्चायोग, लंदन की समिति में है. आयोजन समिति के अधिकारियों द्वारा कंपनी के चयन को सही साबित करने के लिए कथित तौर पर दो ईमेल कराये गये.’ दूसरा मामला लंदन की ए एम फिल्म्स, पटेल, महेंद्रू, दरबारी और अन्य पर आईपीसी की धारा 420, 120-बी तथा भ्रष्टाचार निरोधक कानून के तहत दर्ज किया गया है.
सीबीआई अधिकारी ने कहा, ‘आरोप है कि आयोजन समिति के अधिकारियों ने निजी कंपनी के साथ साजिश के तहत क्वीन्स बेटन रिले के स्थलों पर अनुचित दरों पर वीडियो स्क्रीन लगाने का काम उसे दिया.’ उन्होंने कहा, ‘आरोपियों ने भारत सरकार को भारी नुकसान पहुंचाया और आरोपी कंपनियों को गलत तरह से फायदा पहुंचाया.’