भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी सहित विश्वकप में भाग ले रही सभी 14 टीमों के कप्तानों ने इस क्रिकेट महासमर में बेहद कड़े मुकाबलों की भविष्यवाणी की और कहा कि जो भी टीम पूरे टूर्नामेंट में लय बरकरार रखेगी वही दो अप्रैल को होने वाले फाइनल में विजेता बनेगी.
धोनी ने कहा, ‘सभी टीमें अच्छी लय में हैं. मैचों के बीच लंबे अंतराल से खिलाड़ियों को हल्की फुल्की चोटों से उबरने में मदद मिलेगी. इसका मतलब है कि प्रत्येक टीम अपने मैचों के लिये पूरी तरह से फिट रहेगी.’ उद्घाटन समारोह से पहले सभी 14 कप्तानों के फोटो शूट और संवाददाता सम्मेलन में धोनी ने कहा, ‘जो भी टीम अगले छह सप्ताह में लगातार अच्छा खेल दिखाएगी उसकी जीत की संभावना बढ़ जाएगी.’
उपमहाद्वीप के तीन मेजबान देशों की तरफ से टूर्नामेंट में भाग ले रही अन्य टीमों का स्वागत करते हुए धोनी ने कहा, ‘मैं अन्य टीमों का स्वागत करता हूं और आशा है कि उन्हें हमारी मेहमानवाजी पसंद आएगी. यहां क्रिकेट को लेकर दीवानगी का कोई मेल नहीं है. मुझे पूरी आशा है कि हर कोई यहां के माहौल का पूरा लुत्फ उठाएगा.’ {mospagebreak}
पिछले चैंपियन ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने कहा कि विश्वकप क्रिकेट का सर्वोच्च टूर्नामेंट है और आशा जतायी कि यह खिलाड़ियों और दर्शकों दोनों के लिये रोमांचकारी होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं 13 अन्य कप्तानों की तरफ से, मैं क्रिकेट जगत का विश्वकप में अभिनंदन करता हूं. यह हमारे खेल का सर्वोच्च टूर्नामेंट है और हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि यह रोमांचक और यादगार टूर्नामेंट हो.’
स्मिथ ने कहा, ‘मेरा मानना है कि इसमें भाग ले रही सभी टीमों के पास जीतने का मौका है. यह बहुत खुला टूर्नामेंट है.’ श्रीलंकाई कप्तान कुमार संगकारा ने कहा कि घरेलू परिस्थितियों में खेलने का मतलब यह नहीं है कि मेजबान टीमें ही चैंपियन बनेंगी.
उन्होंने कहा, ‘घरेलू सरजमीं पर और अपने दर्शकों के सामने विश्वकप खेलना रोमांचक है. आपको हमेशा अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करना होगा. अपने प्रतिद्वंद्वी से बेहतर खेल दिखाना होगा. प्रारूप इस तरह का है कि यदि आप क्वार्टर फाइनल में पहुंच जाते हो तो आपको फाइनल में जाने के लिये अगले दो मैच में बेहतरीन प्रदर्शन करना होगा.’ बांग्लादेश के कप्तान साकिब अल हसन ने कहा कि उनकी टीम पर शेरे ए बांग्ला स्टेडियम में होने वाले पहले मैच में भारत को हराने का दबाव नहीं है. {mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘प्रशंसकों को काफी उम्मीदें हैं लेकिन हम पर किसी तरह का दबाव नहीं है. हमें केवल पहले मैच में नहीं बल्कि प्रत्येक मैच में अच्छा प्रदर्शन करना होगा.’ इंग्लैंड के कप्तान एंड्रयू स्ट्रॉस ने कहा कि उनकी टीम को पहली बार विश्वकप जीतने के लिये उपमहाद्वीप की परिस्थितियों से जल्द से जल्द सामंजस्य बिठाना होगा.
उन्होंने कहा, ‘आस्ट्रेलिया में हमें जिस तरह की परिस्थितियां मिली थी, वहां की तुलना में यहां एकदम भिन्न हैं. महत्वपूर्ण यह होगा कि टीम कितनी जल्दी परिस्थितियों से सामंजस्य बिठाती है.’ स्ट्रास ने कहा, ‘कनाडा के खिलाफ हमारे अभ्यास मैच से साफ हो गया कि विश्वकप में कोई भी मुकाबला आसान नहीं होगा.’ विश्वकप में 14 टीमों को दो ग्रुप में बांटा गया है.
प्रत्येक ग्रुप से शीर्ष पर रहने वाली चार-चार टीमें क्वार्टर फाइनल में पहुंचेंगी. पिछले तीन बार का चैंपियन आस्ट्रेलिया, श्रीलंका, पाकिस्तान, न्यूजीलैंड, जिम्बाब्वे, कीनिया और कनाडा ग्रुप ए में तथा भारत, दक्षिण अफ्रीका, इंग्लैंड, वेस्टइंडीज, बांग्लादेश, आयरलैंड और हालैंड ग्रुप बी में हैं. पहला मैच 19 फरवरी को भारत और बांग्लादेश के बीच खेला जाएगा. फाइनल दो अप्रैल को मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में होगा.