वर्ल्डकप के ग्रुप ए में ऑस्ट्रेलिया और कनाडा के बीच मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया ने कनाडा को 7 विकेट से कारारी मात दी. कनाडा द्वारा दिए गए 212 रनों के लक्ष्य को ऑस्ट्रेलियाई टीम ने 34.5 ओवर में ही हासिल कर लिया.
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शेन वाटसन को उनकी शानदार पारी के लिए मैन ऑफ द मैच घोषित किया गया. वाटसन ने 94 रनों की पारी तो खेली ही साथ ही एक विकेट भी हासिल करने में कामयाब रहे. ऑस्ट्रेलिया के दोनों सलामी बल्लेबाजों ने बेहतरीन बल्लेबाजी की. एक समय तो ऐसा लग रहा था कि ऑस्ट्रेलिया यह मैच 10 विकेट से जीत जाएगी लेकिन कनाडाई गेंदबाजों ने ऐसा होने नहीं दिया.
वाटसन की आक्रामकता का अंदाजा इस बात से लगाया जा सकता है कि उन्होंने 28वें और पटेल के पहले ओवर में एक छक्का और चार चौके जड़े. हैडिन ने भी इसी का अनुकरण करते हुए अगले ही ओवर में जॉन डेविसन के ओवर में एक चौका और एक छक्का जमाया लेकिन वह पांचवीं गेंद पर आउट हो गये.
ऑस्ट्रेलिया का पहला विकेट ब्रैड हैडिन के रूप में गिरा. हैडिन 88 रन बनाकर हरवीर बैदवान का शिकार हो गए. उसके बाद शेन वाटसन भी अपना शतक बनाने से चूक गए और 94 रन के स्कोर पर डेविसन ने उन्हें चलता कर दिया. तीसरा विकेट रिकी पोंटिंग के रूप में गिरा जिन्होंने 7 रन बनाए और ओशिंदे की गेंद पर शॉट लगाने के प्रयास में डेविसन को कैच दे बैठे. {mospagebreak}
कनाडा की पारी
कनाडाई कप्तान आशीष बगई ने टॉस जीतकर बल्लेबाजी का फैसला किया और टीम ने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन एसोसिएट देश को अनुभवहीनता का खामियाजा भुगतना पड़ा.
चिन्नास्वामी स्टेडियम में पटेल ने ऑस्ट्रेलियाई तेज गेंदबाज ली और शॉन टेट की जोड़ी का डटकर सामना करते हुए अच्छी शुरूआत की. माइक हसी ने पहले ओवर में स्क्वायर लेग में जॉन डेविसन का कैच छोड़ दिया. ऑस्ट्रेलिया का क्षेत्ररक्षण अच्छा नहीं रहा क्योंकि इसके बाद शेन वाटसन ने मिशेल जॉनसन की गेंद पर आसान कैच छोड़ दिया.
दुनिया के सबसे तेज गेंदबाजों में से एक टेट तब काफी हैरान हो गये जब पटेल ने एक्सट्रा कवर पर छक्का जड़ दिया जिसके बाद स्टेडियम में मौजूद कुछेक कनाडाई दर्शक मंत्रमुग्ध हो गये. डेविसन भी लय में आ गये, उन्होंने ली की गेंद पर कवर चौका जड़ा और फिर मिडविकेट पर भी गेंद सीमा रेखा के पार करायी. हालांकि ली के धीमे बाउंसर ने इस 40 वर्षीय की पारी का अंत कर दिया. विकेटकीपर ब्रैड हैडिन ने उनका कैच लपका. {mospagebreak}
पटेल ने जब ली की गेंद पर डीप स्क्वायर लेग में छक्का जड़ा तो यह ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज हैरत भरी नजरों से इसे देखता रहा. टेट की जगह मिशेल जॉनसन को गेंदबाजी पर लगाने का भी कोई फायदा नहीं हुआ क्योंकि तब भी पटेल की आक्रामकता कम नहीं हुई और उन्होंने बैकवर्ड प्वाइंट पर चौका जमाया. कनाडा ने महज 4.4 ओवर में 50 रन बना लिये थे जो इस विश्वकप में तेजी से बनाये 50 रन भी थे.
इससे पहले बांग्लादेश ने टूर्नामेंट के शुरूआती मैच में भारत के खिलाफ 29 गेंद में 50 रन बनाये थे. पटेल ने एक रन बनाकर अपना अर्धशतक पूरा किया, जिसमें पांच चौके और तीन छक्के जड़े थे. लेकिन वाटसन की गेंद पर जानसन ने थर्ड मैन पर आसान कैच लपककर उनकी पारी का अंत किया. इस कनाडाई सलामी बल्लेबाज की वजह से टैट के पहले दो ओवर में 17 रन बने जबकि ली ने 12 गेंद में 24 रन दिये. {mospagebreak}
कप्तान आशीष बगई और जुबिन सुरकारी भी पटेल द्वारा शुरू की गयी लय को बरकरार रखना चाहते थे, लेकिन वाटसन की बदौलत ऑस्ट्रेलिया ने रन गति पर लगाम कसी जिन्होंने अपने चार ओवर के पहले स्पैल में केवल 13 रन गंवाये. विकेट नहीं हासिल कर पाने के कारण ऑस्ट्रेलिया के लिये यह मददगारी साबित नहीं हुआ जिसमें बगई और सुरकारी (34) ने अर्धशतकीय साझेदारी की जिससे कनाडा के लिये चुनौतीपूर्ण स्कोर का मंच तैयार हुआ.
बगई ने टैट का शिकार बनने से पहले 55 गेंद में 39 रन बनाये. जिम्मी हंसरा भी ज्यादा देर तक क्रीज पर नहीं टिक सके. निचले बल्लेबाजी क्रम में अंत में कुछेक रन बटोरने की कोशिश की लेकिन वे अच्छी शुरूआत को बड़े स्कोर में तब्दील नहीं कर सके.
टीमें इस प्रकार हैं-
ऑस्ट्रेलिया: रिकी पोंटिंग (कप्तान), शेन वाटसन, ब्राड हाडिन, माइकल क्लार्क, डेविड हस्सी, कैमरून व्हाइट, स्टीवन स्मिथ, मिशेल जानसन, जासन क्रेजा, ब्रेट ली, शान टैट
कनाडा: हीराल पटेल, जान डेविसन, जुबिन सरकारी, रिजवान चीमा, हरवीर बैदवान, बालाजी राव, जिम्मी हंसरा, नीतीश कुमार, हेनरी ओसिंदे, आशीष बागई, कार्ल वाथम