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दिल्‍ली की मुंबई पर एकतरफा जीत

दिल्ली डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने लगातार दूसरे मैच में धारदार और कसी हुई गेंदबाजी का शानदार उदाहरण पेश किया और अपनी टीम को आईपीएल में यहां मुंबई इंडियन्स पर 31 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट की धमाकेदार जीत दिलायी.

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दिल्ली डेयरडेविल्स के गेंदबाजों ने लगातार दूसरे मैच में धारदार और कसी हुई गेंदबाजी का शानदार उदाहरण पेश किया और अपनी टीम को आईपीएल में यहां मुंबई इंडियन्स पर 31 गेंद शेष रहते हुए सात विकेट की धमाकेदार जीत दिलायी.

मुंबई को सचिन तेंदुलकर की कमी खली जो उंगली की चोट के कारण लगातार चौथे मैच में नहीं खेल पाये. उसके केवल दो बल्लेबाज कप्तान हरभजन सिंह (22 गेंद 33 रन) और रोहित शर्मा (27 गेंद पर 29 रन) ही दोहरे अंक में पहुंचे और उसकी टीम 19.2 ओवर में 92 रन पर ढेर हो गयी. यह मुंबई का आईपीएल में दूसरा न्यूनतम स्कोर है.

पिच में किसी तरह की गड़बड़ी नहीं थी लेकिन दिल्ली ने भी तीन विकेट गंवाये. कप्तान वीरेंद्र सहवाग ने 36 गेंद पर 32 रन ठोके और दिल्ली ने 14.5 ओवर में तीन विकेट पर 93 रन बनाकर एकतरफा जीत दर्ज की. यह लगातार दूसरा मैच है जबकि डेयरडेविल्स ने 15 से कम ओवर में लक्ष्य हासिल किया.

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डेयरडेविल्स की इस जीत के नायक उसके गेंदबाज रहे जिन्होंने परिस्थितियों का अच्छा फायदा उठाकर मुंबई को रनों के लिये तरसा दिया. उसके सभी गेंदबाजों ने किफायती गेंदबाजी की.
उमेश यादव, शाहबाज नदीम, मोर्ने मोर्कल और अजित अगरकर ने दो-दो विकेट लिये. इरफान पठान को एक विकेट मिला. डेयरडेविल्स की यह चौथे मैच में तीसरी जीत है और अब वह छह अंक के साथ अंकतालिका में शीर्ष पर पहुंच गया है. मुंबई को पांचवें मैच में दूसरी हार का सामना करना पड़ा. उसके भी छह अंक हैं.

दिल्ली का पहला विकेट नमन ओझा (15 गेंद पर 13) रन के रूप में गिरा, जिन्होंने आरपी सिंह की गेंद पर मिडविकेट पर हरभजन को कैच थमाया. सहवाग जब 16 रन पर थे तब रिचर्ड लेवी ने उनका कैच छोड़ा लेकिन आरपी सिंह इसी ओवर में केविन पीटरसन (आठ गेंद पर नौ रन) को पवेलियन भेजने में सफल रहे.

सहवाग मैच जल्दी समेटने की कोशिश में प्रज्ञान ओझा की गेंद हवा में खेल गये और इस बार लेवी ने उन्हें जीवनदान नहीं दिया. सहवाग ने दो चौके और एक छक्का लगाया. महेला जयवर्धने 20 गेंद पर 17 और चोट से उबरने के बाद इस आईपीएल में अपना पहला मैच खेल रहे रोस टेलर दस गेंद पर 11 रन बनाकर नाबाद रहे.

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मुंबई की तरफ से आरपी सिंह ने 24 रन देकर दो विकेट लिये जबकि हरभजन ने गेंदबाजी नहीं की. मुंबई के लिये टॉस से लेकर आखिर तक कुछ भी अच्छा नहीं रहा. सहवाग का टॉस जीतकर मुंबई को पहले बल्लेबाजी का न्यौता देने का फैसला सही रहा. इरफान पठान के पहले ओवर में केवल दो अतिरिक्त रन बने. बायें हाथ के स्पिनर शाहबाज नदीम ने अगले ओवर में डेवी जैकब्स को खासा परेशान करके आर्म बाल पर उनकी गिल्लियां बिखेरी. जैकब्स दस गेंद खेलने के बावजूद खाता नहीं खोल पाये.

कीरेन पोलार्ड (1 रन) ने ऐसे समय में भी धर्य नहीं दिखाया और उमेश यादव की गेंद हवा में लहरा दी, जिसे टेलर ने दौड़ लगाकर कैच में बदला. रोहित भी मुंबई के लिये ‘एंकर’ की भूमिका नहीं निभा पाये. अगरकर की अतिरिक्त उछाल वाली गेंद उनके बल्ले का उपरी किनारा लेकर हवा में तैरने लगी और टेलर ने सीमा रेखा पर फिर से दौड़ लगाकर उसे कैच में तब्दील कर दिया.

रोहित ने अपनी पारी में पांच चौके लगाये. दिनेश कार्तिक (3 रन) को भी अपने साथियों के साथ डगआउट में पहुंचने की जल्दबाजी थी और इसलिए उन्होंने उमेश की गेंद बिना टाइमिंग के पुल करके मिडआन पर केविन पीटरसन को कैच का अभ्‍यास कराया. दर्शक चकित थे और मुंबई का खेमा सन्न.

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हरभजन ने कुछ आकषर्क शाट लगाकर स्कोर आगे बढ़ाया. उन्होंने मुंबई रणजी टीम के खिलाड़ी अगरकर को निशाना बनाया और उन पर पहले लांग आफ पर छक्का जड़ने के बाद लगातार दो चौके लगाये. दूसरे छोर पर कोई ऐसा प्रदर्शन नहीं कर पाया. जेम्स फ्रैंकलिन की जगह टीम में लिये गये आस्ट्रेलियाई क्लाइंट मैकाय 15 गेंद पर केवल आठ रन बना पाये.

मोर्कल ने आरपी सिंह का आफ स्टंप उखाड़ने के बाद हरभजन को विकेट के पीछे कैच कराया जिससे मुंबई तिहरे अंक में भी नहीं पहुंच पायी. हरभजन ने अपनी पारी में पांच चौके और एक छक्का लगाया.

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