भारत का एक बल्लेबाज जिससे दुनिया का हर गेंदबाज खौफ खाता है, वो है वीरेंद्र सहवाग. यह मानना है इमरान खान से लेकर रिचर्ड हेडली और बॉब विलिस के दिल में खौफ पैदा करने वाले विवियन रिचर्ड्स का.
रिचर्डस का तो यहां तक मानना है कि वर्ल्ड क्रिकेट में उनके बाद यदि कोई विस्फोटक बैट्समैन पैदा हुआ है, तो वो है भारत का विस्फोटक सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग. क्रिकेट की दुनिया में यही परिचय है सहवाग का और यह माना जाता है कि सहवाग जबतक क्रीज पर मौजूद हैं तो, कोई भी असंभव सा लगने वाला स्कोर बनाया जा सकता है.
सहवाग भारतीय टीम को बहुत तेज शुरुआत देते हैं और गेंदबाजों पर शुरू से ही हावी हो जाते हैं. सहवाग अगर अपने लय में हों तो किसी भी आक्रमण को ध्वस्त करने की क्षमता रखते हैं.
विश्व कप में दुनिया के इस सबसे खतरनाक बल्लेबाज पर भारतीय टीम का सारा दारोमदार होगा.अगर वे क्रीज पर 20-25 ओवर भी टिक गये तो मैच का रुख किस तरफ जाएगा इसका अनुमान सहज ही लगाया जा सकता है.
वीरू, नजफगढ़ के नवाब और जेन मास्टर ऑर माडर्न क्रिकेट के उपनामों से जाने जाने वाले वीरेंद्र सहवाग ने 1999 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण किया.
सहवाग को 2008 में अपने शानदार प्रदर्शन के लिए ‘विजडन लीडिंग क्रिकेटर इन द वर्ल्ड’ से सम्मानित किया गया. सहवाग ने इस पुरस्कार को 2009 में भी अपने नाम किया. इसके अलावा वीरू को 2002 में अर्जुन पुरस्कार का सम्मान मिल चुका है. {mospagebreak}
सहवाग का जन्म 20 अक्टूबर 1978 को हरियाणा के जाट परिवार में हुआ. सहवाग अपने माता-पिता के चार बच्चों में तीसरे संतान हैं. सहवाग से बड़ी दो बहने मंजू और अंजू हैं जबकि उनसे छोटे एक भाई हैं जिनका नाम विनोद है.
सहवाग के पिता बताते हैं कि उनमें क्रिकेट के लिए प्यार सात माह की उम्र से ही जाग गया था जब उनके पिता ने पहली बार उन्हें खिलौना बैट दिया था. 2004 में सहवाग ने शादी रचाई और उनकी पत्नी हैं आरती सहवाग. इन दोनों को दो बेटे भी हैं.
टेस्ट क्रिकेट में भारत की ओर से तीहरा शतक जड़ने की रिकार्डधारी सहवाग ने 228 एकदिवसीय मैच में 13 शतक और 36 अर्धशतकों की मदद से 7380 रन बनाए हैं. उनका एकदिवसीय बैटिंग औसत 34.65 का है.
अपनी बैटिंग शैली के लिए सहवाग की तुलना सचिन तेंदुलकर से की जाती है. वनडे मैचों में 100 से अधिक का स्ट्राइक रेट रखने वाले वीरु के दमदार प्रदर्शन से ही विश्व कप में भारत का भाग्य तय होगा, यह कहना अतिश्योक्ति नहीं होगी.