भारतीय बैडमिंटन टीम के मुख्य कोच पुलेला गोपीचंद इस बात को लेकर आशान्वित हैं कि देश के बैडमिंटन खिलाड़ी लंदन ओलंपिक से कम से कम एक पदक लेकर लौटेंगे. भारत की पांच सदस्यीय बैडमिंटन टीम हैदराबाद में इन दिनों ऑल इंग्लैंड चैम्पियन गोपीचंद के साथ लंदन ओलंपिक के लिए जोरदार तैयारियों में जुटी है.
गोपीचंद को वर्ष 2000 के सिडनी ओलंपिक में हार मिली थी. उसके बाद से वह अपने ओलंपिक में पदक जीतने के सपने को पूरा करने के लिए अथक प्रयास कर रहे हैं, यह अलग बात है कि वह अपने शिष्यों के माध्यम से अपना यह सपना पूरा करना चाहते हैं. गोपीचंद कहते हैं कि उनकी टीम अच्छी है और हाल के दिनों में कुछ खिलाड़ियों के प्रदर्शन से पदक जीतने की सम्भावना को बल मिला है.
बकौल गोपीचंद, 'हमारी टीम अच्छी है. हमारे पास महिला एकल, महिला युगल और मिश्रित युगल में अच्छे खिलाड़ी हैं. इंडोनेशिया ओपन में पुरुपल्ली कश्यप के खेल ने पदक की उम्मीद बढ़ा दी है.' देश की शीर्ष महिला खिलाड़ी सायना नेहवाल को लेकर गोपीचंद ने कहा कि वह निश्चित तौर पर पदक की दावेदार हैं.
गोपीचंद ने कहा, 'हम सायना से निश्चित तौर पर पदक की उम्मीद कर सकते हैं. इसमें कोई शक नहीं लेकिन यह सब इस बात पर निर्भर करता है कि वह अपनी तैयारियों को किस तरह कोर्ट पर उतारती हैं.'
'सायना को अपने प्रदर्शन के लिहाज से खुद को कठोर बनाना होगा क्योंकि कई खिलाड़ी उन्हें हराने के लिए तैयारी कर रहे हैं. ओलंपिक सायना के लिए चुनौतीपूर्ण और रोचक होगा. महिला एकल में कई बहुत अच्छे खिलाड़ी हैं और इससे प्रतिस्पर्धा कड़ी हो जाती है लेकिन इसके बावजूद सायना के पदक जीतने की सम्भावना है.'
सायना और दूसरी भारतीय खिलाड़ियों को सबसे अधिक डर चीनी खिलाड़ियों से है. भारतीय खिलाड़ी चीनी खिलाड़ियों से निपटने के लिए किस तरह की तैयारी कर रहे हैं. इस बारे में पूछे जाने पर गोपीचंद ने कहा कि इसे लेकर तैयारी चल रही है. गोपीचंद बोले, 'हमारे पास कुछ विचार हैं, जिन पर काम हो रहा है. उम्मीद है कि हम अपने विचारों को खेल में परिवर्तित करने में सफल होंगे.'