मैच फिक्सिंग के आरोप में आजीवन प्रतिबंध झेल रहे पूर्व क्रिकेटर अजहरुद्दीन को बड़ी राहत मिली है. आंध्र प्रदेश हाईकोर्ट ने उन पर लगे प्रतिबंध को गलत बताया है.
हाईकोर्ट ने साफ किया है कि अजहर पर प्रतिबंध लगाने का बीसीसीआई का फैसला पूरी तरह से गलत था. बीसीसीआई ने मैच फिक्सिंग के आरोप के बाद अजहरुद्दीन पर आजीवन प्रतिबंध लगा दिया था. अजहर ने सिटी सिविल कोर्ट के फैसले के खिलाफ 27 अगस्त 2001 को आंध्र हाई कोर्ट में याचिका दायर की थी.
गौरतलब है कि अजहर पर साल 2000 में बीसीसीआई ने आजीवन प्रतिबंध लगाया था. 15 जून, 2000 को दक्षिण अफ्रीका के खिलाड़ी हैंसी क्रोनिए ने अजहर पर मैच फिक्सिंग का आरोप लगाया था. इसके बाद 20 जुलाई, 2000 को अजहर के घर पर छापे पड़े थे. 31 अक्टूबर को बुकी ने पैसे देने की बात कही थी.
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद से सांसद अजहरुद्दी भारत के सबसे सफलत टेस्ट कप्तानों में से एक हैं. उन्होंने 99 टेस्ट मैचों में 6,215 रन बनाए हैं. इसके अलावा 334 एकदिवसीय अंतर्राष्ट्रीय मैचों में अजहर के नाम 9,378 रन दर्ज है.