इंग्लैंड के खिलाफ 12 रन के एवज में चार विकेट लेकर एक साल से भी अधिक समय बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धमाकेदार वापसी करने वाले हरभजन सिंह, सलामी बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग और स्पिनर रविचंद्रन अश्विन का डोप परीक्षण किया गया.
भारतीय टीम के मैनेजर आर एन बाबा के अनुसार यह रुटीन प्रक्रिया है और किसी भी आईसीसी टूर्नामेंट में प्रत्येक अभ्यास सत्र के दौरान कुछ खिलाड़ियों का बिना पूर्व सूचना के डोप परीक्षण किया जाता है.
आईसीसी जुलाई 2006 में विश्व डोपिंग रोधी एजेंसी (वाडा) से जुड़ी थी. टूर्नामेंट शुरू होने से एक दिन पहले भी कुछ खिलाड़ियों का डोप परीक्षण किया गया था जिनमें पाकिस्तान के चार खिलाड़ी अब्दुल रज्जाक, मोहम्मद समी, असद शाफिक और इमरान नजीर शामिल थे.