करीब एक साल बाद भारतीय क्रिकेट टीम में वापसी करने वाले ऑफ स्पिनर हरभजन सिंह ने अपने आलोचकों को करारा जवाब देते हुए कहा कि यह ‘वनवे ट्रैफिक’ नहीं हो सकता.
पंजाब को रणजी ट्राफी मैच में हैदराबाद पर एक पारी से जीत दिलाने के बाद हरभजन ने कहा, ‘एक अच्छे गेंदबाज का आकलन सिर्फ उसके विकेटों के आधार पर नहीं होना चाहिये. उसके गेंदबाजी के हुनर को भी ध्यान में रखना चाहिये.’
उन्होंने कहा, ‘स्पिनर की भूमिका विकेट के अनुसार बदलती है. कुछ लोगों ने खुद कभी क्रिकेट नहीं खेली और मेरे बारे में अनर्गल लिखते रहे. लेकिन यह वनवे ट्रैफिक नहीं हो सकता.’
हरभजन ने कहा, ‘मैने महान स्पिनरों शेन वार्न और मुथैया मुरलीधरन को भी कई मैचों में विकेट नहीं लेते देखा है. मैं भी कोई जादूगर नहीं हूं. मेरा भी खराब दौर हो सकता है.’
अब तक 98 टेस्ट में 406 विकेट ले चुके हरभजन ने कहा कि एक क्रिकेटर के रूप में वह परिपक्व हुए हैं और अपने चयन की खबर से खुश हैं.
उन्होंने कहा, ‘मैं भारतीय टेस्ट टीम में चयन की खबर से खुश हूं. मेरे लिये यह बड़ी खबर है. मैने श्रीलंका में टी20 विश्व कप खेला है लेकिन टेस्ट टीम में वापसी हमेशा मेरे जेहन में थी.’
उन्होंने कहा, ‘100 टेस्ट खेलना अच्छी उपलब्धि होगी. मैं इंग्लैंड के खिलाफ श्रृंखला खेलने को बेकरार हूं.’
पिछले कुछ समय से विकेट लेने में नाकाम रहे हरभजन ने कहा, ‘जब मैं भारतीय टीम से बाहर था तब खेल के कई पहलुओं पर काम किया. मैने पंजाब और मुंबई इंडियंस की कप्तानी की.’
उन्होंने कहा, ‘अब मैं अच्छा श्रोता बन गया हूं और मैदान पर हालात से बेहतर तरीके से निपट सकता हूं. मैं चीजों को हालात पर छोड़ने की बजाय खुद पहल कर सकता हूं. पिछले एक साल में एक क्रिकेटर के तौर पर परिपक्व हुआ हूं.’
भारतीय पिचों के बारे में उन्होंने कहा, ‘भारतीय विकेट स्पोर्टिंग होनी चाहिये. इनसे चौथे और पांचवें दिन स्पिनरों को मदद मिलनी चाहिये.
उन्होंने कहा, ‘एम एस धोनी ने कहा कि उन्होंने लंबे अर्से से किसी आफ स्पिनर की गेंद बल्लेबाज की पसलियों पर पड़ती नहीं देखी. मैं भी इससे सहमत हूं.’