भारत की स्टार महिला मुक्केबाज और लंदन ओलंपिक में पदक की दावेदार एम सी मैरी काम ने कहा है कि लगभग एक साल से अधिक समय तक ट्रेनिंग करने के बाद वह 51 किग्रा भार वर्ग में सहज महसूस कर रही हैं.
मैरी काम और एल सरिता देवी सहित भारत की दस सदस्यीय टीम मंगोलिया के उलानबटोर में 16 से 26 मार्च तक चलने वाली 2012 एएसबीसी एशियाई परिसंघ महिला मुक्केबाजी चैंपियनशिप में भाग लेगी.
मैरी काम ने टीम के रवाना होने से पूर्व कहा, ‘मैं पिछले एक साल से अधिक समय से 51 किग्रा में अभ्यास कर रही हूं और अब मैं काफी सहज महसूस कर रही हूं.’ मुक्केबाज गुरुवार सुबह रवाना होंगे. उनके साथ चार कोच, एक टीम डाक्टर, एक फिजियोथेरेपिस्ट और टीम मैनेजर भी जाएगा.
मैरी काम ने कहा, ‘इस प्रतियोगिता से मुझे विश्व चैंपियनशिप और ओलंपिक से पहले अपने खेल का आकलन करने का अच्छा मौका मिलेगा.’ एशियाई चैंपियनशिप के 2001 में शुरू होने के बाद अब तक हर टूर्नामेंट में पदक जीतने वाले सरिता देवी ने कहा कि उनका लक्ष्य लगातार पांचवां स्वर्ण पदक जीतना है.
इस चैंपियनशिप में भाग लेने वाली अन्य खिलाड़ियों में अराफुरा खेलों में रजत पदक जीतने वाले मीना रानी (64 किग्रा), एशियाई कप की कांस्य पदक विजेता कविता चाहल (81 किग्रा से अधिक), पिंकी जांगड़ा (48 किग्रा), सोनिया लाथर (54 किग्रा), के मंदाकिनी चानू (57 किग्रा), मोनिका सॉन (69 किग्रा), पूजा रानी (75 किग्रा) और भाग्यवती कचारी (81 किग्रा) शामिल हैं. मुख्य कोच अनूप कुमार को भी मुक्केबाजों से अच्छे प्रदर्शन की उम्मीद है.