भारतीय क्रिकेट टीम ने मंगलवार को आर. प्रेमदासा स्टेडियम में खेले गए ट्वेंटी-20 विश्व कप के सुपर 8 दौर के अंतिम मुकाबले में दक्षिण अफ्रीका को हरा दिया लेकिन इसके बावजूद भारतीय टीम सेमीफाइनल में नहीं पहुंच सकी .
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सेमीफाइनल में पहुंचने के लिए भारत को दक्षिण अफ्रीका को कम से कम 31 रनों के अंतर से हराना था लेकिन उसे एक रन के अंतर से ही जीत मिल सकी. दक्षिण अफ्रीकी टीम सुपर-8 दौर में एक भी मैच नहीं जीत सकी लेकिन इसके बावजूद उसने भारत की मिट्टी पलीद कर दी.
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इस तरह ग्रुप-2 से ऑस्ट्रेलिया और पाकिस्तान को अंतिम चार में पहुंचने का मौका मिल गया. पाकिस्तान ने इससे पहले खेले गए अपने अंतिम मुकाबले में ऑस्ट्रेलिया को 32 रनों से हराकर नेट रन रेट के आधार पर भारत पर बढ़त हासिल कर ली थी.
ग्रुप-2 में ऑस्ट्रेलिया, भारत और पाकिस्तान ने चार-चार अंक जुटाए लेकिन बेहतर रन रेट के आधार पर पाकिस्तान ने भारत को पीछे छोड़ते हुए अंतिम चार में जगह बना ली. ग्रुप-1 से मेजबान श्रीलंका और वेस्टइंडीज को अंतिम-4 में पहुंचने का मौका मिला.
बहरहाल, भारतीय टीम की ओर से रखे गए 153 रनों के लक्ष्य का पीछा करते हुए दक्षिण अफ्रीका ने 19.5 ओवरों में 151 रनों पर अपने सभी विकेट गंवा दिए. भारत की ओर से लक्ष्मीपति बालाजी और जहीर खान ने तीन-तीन विकेट लेकर अपनी टीम की जीत सुनिश्चित की लेकिन ये गेंदबाज बड़ी देर से नींद से जागे.
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भारत को अंतिम चार में जगह बनाने के लिए यह मैच कम से कम 31 रनों के अंतर से जीतना था लेकिन दक्षिण अफ्रीकी टीम फाफ डुप्लेसिस के शानदार 65 रनों की बदौलत 17वें ओवर में ही 122 रन बनाने में सफल रही.
इस मुकाम पर पहुंचकर भारत के हाथ से सेमीफाइनल में पहुंचने का मौका निकल गया. इसके बाद खिलाड़ियों को भी पता था कि वे मैच जीत भी गए तो उन्हें घर का टिकट कटाना होगा. अंत में भारत जीता लेकिन सिर्फ एक रन के अंतर से.
भारत को निराश करने में डुप्लेसिस की सबसे अहम भूमिका रही, जिन्होंने अपनी 38 गेंदों की पारी में छह चौके और दो छक्के लगाए.
इसके अलावा ज्यां पाल ड्यूमिनी ने भी 16 रन बनाए. युवराज सिंह ने दो विकेट लेकर एक बार फिर अनियमित गेंदबाज के तौर पर अपनी उपयोगिता साबित की.
इससे पहले, भारत ने टॉस हारने के बाद पहले बल्लेबाजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में छह विकेट पर 152 रन बनाए. उसकी ओर से सुरेश रैना ने सबसे अधिक 44 रन बनाए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धोनी ने 13 गेंदों पर 23 रन बनाए. रोहित शर्मा ने 25 और युवराज सिंह ने 21 रनों का योगदान दिया.
भारत की ओर से गौतम गंभीर और वीरेंद्र सहवाग ने पारी की शुरुआत की. दोनों बल्लेबाजों ने पहले विकेट के लिए 23 रन जोड़े. गंभीर आठ रन के निजी योग पर तेज गेंदबाज मोर्ने मोर्कल की गेंद पर बोल्ड हो गए.
बेहतरीन फॉर्म में चल रहे विराट कोहली इस मुकाबले में कुछ खास नहीं कर सके और वह छह गेंदों पर दो रन बनाकर पवेलियन लौट गए. कोहली को जैक्स कैलिस की गेंद पर विकेट कीपर अब्राहम डिविलियर्स ने कैच किया.
विस्फोटक सलामी बल्लेबाज सहवाग के रूप में भारत का तीसरा विकेट गिरा. सहवाग को 17 रन के निजी योग पर स्पिनर रॉबिन पीटरसन ने बोल्ड किया. सहवाग ने 14 गेंदों पर एक चौका और एक छक्का लगाया.
बाएं हाथ के बल्लेबाज युवराज सिंह को 21 रन के निजी योग पर मोर्कल ने बोल्ड किया. युवराज ने रोहित शर्मा के साथ मिलकर चौथे विकेट के लिए 32 रन जोड़े.
रोहित के रूप में भारत का पांचवां विकेट गिरा, जिन्हें 25 रन के निजी योग पर पीटरसन ने पगबाधा किया. रोहित ने सुरेश रैना के साथ मिलकर पांचवें विकेट के लिए 45 रन जोड़े. रैना 44 रन बनाकर रनआउट हुए जबकि कप्तान महेंद्र सिंह धौनी (23) नाबाद लौटे.
दक्षिण अफ्रीका की ओर से मोर्कल और पीटरसन ने दो-दो जबकि कैलिस ने एक विकेट झटका.
भारत: महेंद्र सिंह धोनी (कप्तान), गौतम गंभीर, आर अश्विन, लक्ष्मीपति बालाजी, जहीर खान, विराट कोहली, इरफान पठान, सुरेश रैना, वीरेंद्र सहवाग, रोहित शर्मा और युवराज सिंह.
दक्षिण अफ्रीका: एबी डिविलियर्स (कप्तान), हाशिम अमला, फरहान बेहार्डियेन, जोहान बोथा, जेपी डुमिनी, फ्रांकोइस डु प्लेसिस, जाक कैलिस, एल्बी मोर्कल, मोर्नी मोर्कल, रॉबिन पीटरसन, डेल स्टेन.