भारत बनाम पाकिस्तान यानी मैदान पर सबसे बड़ी जंग. मैदान फिर हाकी का हो या क्रिकेट का. पिछले साल दो बार अपनी सरजमीं पर हाकी के मैदान पर इस जंग में भारत ने बाजी मारी और आज क्रिकेट में जब दोनों चिर प्रतिद्वंद्वी उसी पड़ाव पर हैं तो पाकिस्तान के सबसे अनुभवी हाकी स्टार रेहान बट का मानना है कि भारत का पलड़ा भारी हो सकता है.
विश्व कप और राष्ट्रमंडल खेलों में भारतीय सरजमीं पर शिकस्त झेलने वाली पाकिस्तानी हाकी टीम के स्टार स्ट्राइकर रेहान ने कहा कि मोहाली में 30 मार्च को होने वाले विश्व कप क्रिकेट सेमीफाइनल में मुकाबला सिर्फ हुनर का नहीं बल्कि दबाव को झेलने का है और इसमें महेंद्र सिंह धोनी की टीम को फायदा मिल सकता है.
रेहान ने कहा, ‘यह मुकाबला काबिलियत का नहीं बल्कि दबाव का है. इसमें वही टीम जीतेगी जो दबाव का बखूबी सामना करेगी. भारतीय दर्शकों के सामने भारत को हराना आसान नहीं होता और विश्व कप के पिछले रिकार्ड को देखते हुए भी मुझे लगता है कि भारत को मनोवैज्ञानिक बढत हासिल होगी.’ पिछले साल फरवरी में दिल्ली में विश्व कप हाकी के लीग मैच में भारत ने पाकिस्तान को 4-1 से मात दी थी जबकि राष्ट्रमंडल खेलों में भी राजपाल सिंह की अगुवाई वाली भारतीय टीम ने खचाखच भरे मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर पाकिस्तान को 7-4 से हराया था.{mospagebreak}
वही रोमांच आज सरहद के आर पार महसूस किया जा रहा है क्योंकि मोहाली में 30 मार्च को विश्व कप क्रिकेट के सेमीफाइनल में महेंद्र सिंह धोनी और शाहिद अफरीदी की टीमें आमने सामने होंगी. विश्व कप में पाकिस्तान कभी भारत को हरा नहीं सका है.
रेहान ने कहा, ‘हमने पिछले साल भारत में दो शिकस्त झेली और उसकी वजह भारतीय दर्शक रहे. धोनी की टीम को भी दर्शकों का उसी तरह साथ मिलेगा. भारत के लिये यह सबसे सकारात्मक बात होगी लेकिन इस दबाव को खिलाड़ियों ने हावी होने दिया तो यह नकारात्मक भी हो सकता है.’ उन्होंने कहा कि पूरे पाकिस्तान में इस मैच को लेकर काफी रोमांच है और आस्ट्रेलिया के खिलाफ क्वार्टर फाइनल में पाकिस्तानी क्रिकेटप्रेमी दुआ कर रहे थे कि भारत जीते.
रेहान ने कहा, ‘पूरा पाकिस्तान चाहता था कि भारत जीते ताकि हमें सेमीफाइनल में भारत से खेलने का मौका मिले. चिर प्रतिद्वंद्वी के खिलाफ विश्व कप में खेलने का मजा ही कुछ और है और उम्मीद है कि पाकिस्तान अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करेगा.’{mospagebreak}
यह पूछने पर कि दोनों खेलों में आपसी भिड़ंत को लेकर समान रोमांच महसूस किया जाता है, उन्होंने कहा, ‘क्रिकेट थोड़ा धीमा खेल है तो इसमें रोमांच अलग होता है जबकि हाकी में 70 मिनट में काफी रफतार रहती है तो माहौल अलग होता है.’ उन्होंने इसे भारत की बल्लेबाजी और पाकिस्तान की गेंदबाजी का मुकाबला बताते हुए वीरेंद्र सहवाग और सचिन तेंदुलकर को पाकिस्तान की राह में सबसे बड़ी बाधा बताया.
‘हमें सहवाग और सचिन को जल्दी आउट करना होगा क्योंकि एक बार वे अपनी लय में आ गए तो दोनों को रोकना नामुमकिन हो जायेगा.’