इंग्लैंड के कप्तान एलिस्टेयर कुक को भारत के खिलाफ चार टेस्ट की आगामी श्रृंखला एक बड़ी चुनौती लग रही है. उनके देश की किसी टीम ने पिछले तीन दशक में यहां टेस्ट श्रृंखला नहीं जीती है.
अग्निपरीक्षा से पहले इंग्लैंड की अभ्यास परीक्षा
बायें हाथ के इस बल्लेबाज ने भारत आने के बाद अपनी पहली प्रेस कांफ्रेंस में कहा, 'यह बड़ी चुनौती है जैसा कि इतिहास से पता चलता है. इग्लैंड की टीम के लिए उपमहाद्वीप में जीत दर्ज करना आसान नहीं होता. हम तीन अभ्यास मैचों में हालात से सामंजस्य उठाकर चीजों को बदलने की कोशिश करेंगे.' उन्होंने कहा, 'इतिहास से स्पष्ट तौर पर पता चलता है कि यहां (भारत में) जीतना कितना मुश्किल है. इसको (इंग्लैंड को भारत में टेस्ट श्रृंखला जीते) 30 बरस बीत गए हैं. हमारे सामने इसी तरह की चुनौती है.' इंग्लैंड ने भारत को उसकी सरजमीं पर टेस्ट श्रृंखला में पिछली बार 1984-85 में हराया था जब डेविड गावर की टीम ने एक टेस्ट से पिछड़ने के बाद वापसी करते हुए 2-1 से जीत दर्ज की थी.
केविन पीटरसन के अलावा इंग्लैंड की टीम के अन्य सदस्य मंगलवार सुबह दुबई से भारत पहुंचे जहां वे मौजूदा श्रृंखला की तैयारी कर रहे थे. पीटरसन दक्षिण अफ्रीका में चैम्पियंस लीग में दिल्ली डेयरडेविल्स की ओर से हिस्सा लेने के बाद सोमवार देर रात यहां पहुंचे थे. कुक ने कहा, 'दोनों टीमों के पास विश्व स्तरीय खिलाड़ी हैं. यह शानदार श्रृंखला होने वाली है जिसे देखने में लुत्फ आएगा. जो भी टीम हालात से बेहतर तरीके से निपटेगी वह श्रृंखला जीत लेगी.' नागपुर में छह साल पहले अर्धशतक और फिर नाबाद शतक के साथ पदार्पण करने वाले कुक भारत में मिलने वाली पिचों की प्रकृति को लेकर अधिक चिंतित नहीं हैं.
उन्होंने कहा, 'विकेट हमारे नियंत्रण में नहीं हैं. हमें जो भी हालात मिलेंगे हमें उनसे सामंजस्य बैठाना होगा. मुझे पूरा यकीन है कि भारत को भी ऐसा ही करना होगा. कुक ने कहा कि उपमहाद्वीप में स्पिन गेंदबाजी से निपटने का कोई त्वरित समाधान नहीं है और इसे धीरे धीरे सीखना होगा. उन्होंने कहा, '(ग्राहम गूच) इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और टीम के बल्लेबाजी कोच ने मुझे यहां भेजा था जब मैं 19 बरस का था. यह एक बार में नहीं हो सकता, उप महाद्वीप में स्पिन खेलने की प्रक्रिया लगातार चलने वाली है. मैंने भारत में पदार्पण किया और मुझे लगता है कि मेरे पास अनुभव है जो मैं युवा खिलाड़ियों के साथ साझा कर सकता हूं.'
कुक ने कहा, 'यहां मेरा रिकार्ड ठीक-ठाक रहा है. अगर हमें श्रृंखला जीतनी है जो सभी को योगदान देना होगा.' इंग्लैंड के कप्तान को हालांकि इस बात का मलाल है कि लंबे समय से उनके सलामी जोड़ीदार रहे एंडूयू स्ट्रास इस श्रृंखला का हिस्सा नहीं हैं. स्ट्रास ने हाल में संन्यास ले लिया था.कुक ने कहा कि उनकी टीम अहमदाबाद में पहले टेस्ट से पूर्व होने वाले तीन अभ्यास मैच जीतने की कोशिश करेगी. उन्होंने कहा, हम इन अभ्यास मैचों को जीतने की कोशिश करेंगे. इसके पीछे विचार यह है कि पहले टेस्ट से पूर्व हमारे खिलाड़ियों को अधिक से अधिक खेलने को मिले.'
इंग्लैंड की टीम बुधवार से भारत ए से भिड़ेगी जबकि तीन से पांच नवंबर तक उसे नवी मुंबई के डीवाई पाटिल स्टेडियम में मुंबई ए का सामना करना है. टीम इसके अलावा आठ से 11 नवंबर तक चार दिवसीय अभ्यास मैच खेलेगी. कुक हालांकि इस बात से परेशान नहीं हैं कि भारत ए टीम में कोई विशेषज्ञ स्पिनर नहीं है. उन्होंने कहा, 'भारत ए टीम को चुनना हमारा अधिकार नहीं है. यह हमारे नियंत्रण में नहीं है. स्पिन गेंदबाजी की जिम्मेदारी युवराज सिंह और सुरेश रैना निभाएंगे. यूएअई में 12 महीने पहले जो हुआ उसके बाद हमने कड़ी मेहनत की है. हम अगले दो महीने में भी यह जारी रखेंगे.'
टीम निदेशक और जिम्बाब्वे के पूर्व कप्तान एंडी फ्लावर ने कहा कि उनकी टीम ने स्पिन गेंदबाजी के अलावा दुबई में सीम गेंदबाजी खेलने पर भी ध्यान दिया. उन्होंने कहा, 'इन हालात में तेज गेंदबाज भी विकेट ले सकते हैं. इसलिए इस पर भी हमारा ध्यान था.' उन्होंने कहा कि मौजूदा दौरे पर स्टुअर्ट ब्राड टीम के उप कप्तान होंगे. फ्लावर ने साथ ही कहा कि पीटरसन कल पहले अभ्यास मैच में खेलेंगे और चौथे नंबर पर बल्लेबाजी करेंगे.