श्रृंखला का पहला मुकाबला बारिश के कारण रद्द होने के बाद भारतीय क्रिकेट टीम दूसरे और अंतिम ट्वेंटी-20 अंतर्राष्ट्रीय मुकाबले में जब मंगलवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ एम.ए.चिदम्बरम स्टेडियम में उतरेगी तो उस वक्त सभी की निगाहें एक बार फिर से युवराज सिंह पर होगी, जो कैंसर जैसी गंभीर बीमारी को मात देकर लंबे समय बाद अंतर्राष्ट्रीय मैच खेलेंगे.
शनिवार को श्रृंखला का पहला मुकाबला विशाखापत्तनम में खेला जाना था लेकिन बारिश की वजह से मैच में एक भी गेंद फेंके बिना मैच को रद्द घोषित करना पड़ा. इससे सबसे अधिक निराशा युवराज के प्रशंसकों को हुई जो लंबे समय बाद इस मैच के जरिए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी करने वाले अपने चहेते खिलाड़ी को देखने का इंतजार कर रहे थे.
30 वर्षीय युवराज ने कैंसर से उबरने के बाद बेंगुलरू स्थित राष्ट्रीय क्रिकेट अकादमी (एनसीए) में पिछले कुछ महीनों से लगातार अभ्यास किया और वापसी सुनिश्चित की. यहां उन्होंने कुछ अभ्यास मैच भी खेले.
युवराज न्यूजीलैंड के खिलाफ वापसी को लेकर काफी उत्साहित हैं. बहरहाल, इस मुकाबले से स्पिन गेंदबाज हरभजन सिंह भी वापसी कर रहे हैं, हालांकि ऑफ स्पिनर रविचंद्रन अश्विन के हाल के प्रदर्शन को देखकर हरभजन के लिए अंतिम एकादश टीम में जगह मिलना मुश्किल है.
इन धुरंधरों की वापसी के बावजूद कप्तान महेंद्र सिह धौनी को विराट कोहली से अधिक उम्मीदें होंगी जो इस समय बेहतरीन फॉर्म में हैं. टीम को तेज शुरुआत दिलाने की जिम्मेदारी एक बार फिर गौतम गंभीर और विस्फोटक बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग के कंधों पर होगी.
खराब फॉर्म से गुजर रहे रोहित शर्मा के लिए वापसी करना आसान नहीं होगा. धोनी और सुरेश रैना मध्यक्रम को मजबूती देंगे. हाल में टेस्ट श्रृंखला में अपनी फिरकी गेंदबाजी से कीवी बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर करने वाले अश्विन भी अपना शानदार प्रदर्शन जारी रखना चाहेंगे.
इरफान पठान के रूप में भारत के पास एक अच्छा हरफनमौला खिलाड़ी है जबकि अनुभवी जहीर खान, लक्ष्मीपति बालाजी और अशोक डिंडा के रूप में मेजबान टीम के पास तीन तेज गेंदबाजों का विकल्प है.
उधर, टेस्ट श्रृंखला 0-2 से गंवाने वाली कीवी टीम पलटवार करने के इरादे से उतरेगी. टेस्ट श्रृंखला में कीवी बल्लेबाज स्पिन गेंदबाजों के सामने असहाय नजर आए थे. ऐसे में कप्तान रॉस टेलर की कप्तानी वाली टीम के बल्लेबाजों को स्पिनरों के सामने संभलकर खेलने की जरूरत है.
तेज गेंदबाज डग ब्रेसवेल और टिम साउदी भारतीय बल्लेबाजों के लिए सिरदर्द साबित हो सकते हैं जबकि हरफनमौला जैकब ओरम गेंदबाजी के अलावा बल्लेबाजी में भी लंबे-लंबे शॉट लगाने में माहिर हैं.
बल्लबाजी में कीवी टीम ब्रैंडन मैक्लम, मार्टिन गुपटिल, टेलर और केन विलियमसन पर अधिक निर्भर रहेगी. ओरम के साथ जेम्स फ्रेंकलिन भी हरफनमौला खिलाड़ी की भूमिका निभाने में सक्षम हैं. स्पिन की जिम्मेदारी अनुभवी डेनियल विटोरी के कंधों पर रहेगी. पिछले मुकाबले की तरह इस मुकाबले पर भी बारिश का साया मंडरा रहा है.