अगले महीने होने वाले ओलंपिक क्वालीफायर के लिये चुनी गई 18 सदस्यीय टीम पर संतोष जताते हुए भारतीय हॉकी टीम के मुख्य कोच माइकल नोब्स ने कुछ सीनियर खिलाड़ियों को बाहर करने पर उपजे विवाद को दरकिनार करते हुए कहा कि फॉर्म और प्रदर्शन ही चयन का आधार रहे.
मेजर ध्यानचंद स्टेडियम पर 18 से 26 फरवरी तक होने वाले क्वालीफायर के लिये चुनी गई भारतीय टीम में पूर्व कप्तान राजपाल सिंह और अनुभवी मिडफील्डर अर्जुन हलप्पा को जगह नहीं मिल सकी है.
नोब्स ने इस बारे में पूछने पर कहा, ‘मैं टीम से खुश हूं. खिलाड़ियों के फॉर्म और प्रदर्शन के आधार पर ही टीम चुनी गई है. मेरा काम बिना किसी पक्षपात के सर्वश्रेष्ठ टीम चुनना था और चयनकर्ताओं ने सर्वसम्मति से टीम का चयन किया है.’
उन्होंने कहा, ‘चयनकर्ता काफी अनुभवी और पूर्व ओलंपियन हैं. वे अपने काम को बखूबी अंजाम देते हैं और टीम का चयन खिलाड़ियों की साख के आधार पर नहीं बल्कि फॉर्म के आधार पर होता है.’
ऑस्ट्रेलियाई कोच ने कहा कि भारत को हॉकी में फिर शीर्ष पर लाने के लिये कड़े फैसले लेने जरूरी है.
उन्होंने कहा, ‘बदलाव कठिन होता है और यह बदलाव जरूरी भी है.’
वहीं कप्तान भरत छेत्री ने राजपाल को बाहर रखने और हलप्पा को स्टैंडबाय में रखने के फैसले का बचाव करते हुए कहा, ‘ जो टीम चुनी गई है, वह खराब नहीं है. अब क्रिकेट की तरह हॉकी में भी हरफनमौलाओं की जरूरत है.’
उपकप्तान सरदार सिंह ने कहा कि उन्हें यकीन है कि यह टीम ओलंपिक के लिये क्वालीफाई कर लेगी.
उन्होंने कहा, ‘अर्जुन और राजपाल सीनियर खिलाड़ी हैं लेकिन फिटनेस समस्यायें किसी के भी साथ हो सकती है. यह टीम भी बेहतरीन है और ओलंपिक के लिये क्वालीफाई करेगी.’
यह पूछने पर कि क्वालीफायर के लिये किस टीम को सबसे बड़ी चुनौती मानते हैं, नोब्स ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय हॉकी में किसी टीम को हलके में नहीं लिया जा सकता.
उन्होंने कहा, ‘हमने एक समूह बनाया है जो दूसरी टीमों के प्रदर्शन का विश्लेषण कर रहा है. अंतरराष्ट्रीय हॉकी में किसी टीम को हलके में नहीं लिया जा सकता और ना ही मैं यह मानता हूं कि हमें सबसे आसान पूल मिला है.’
उन्होंने कहा कि भारतीय टीम डिफेंस समेत खेल के हर पहलू में खुद को तराशने में जुटी है.
नोब्स ने कहा, ‘हमारा लक्ष्य सिर्फ क्वालीफाई करना नहीं बल्कि ओलंपिक में अच्छा प्रदर्शन करना भी है. हमने अपनी कमजोरियों और ताकतों को पहचाना है और उस पर मेहनत कर रहे हैं. डिफेंस पर खास मेहनत की जा रही है.’
चोटिल मिडफील्डर गुरबाज सिंह के बारे में कोच ने कहा कि उसकी फिटनेस का फिर से आकलन किया जायेगा और फिट होने पर वह अगले शिविर में निश्चित तौर पर होगा.
उन्होंने कहा, ‘वह पूरी तरह फिट नहीं है. उसकी फिटनेस का फिर से आकलन होगा. मुझे नहीं पता कि उसने अभ्यास शुरू कर दिया है. वह जिस दिन शत प्रतिशत फिट होगा, शिविर में शामिल होगा.’