पूर्व कप्तान सुनील गावस्कर का मानना है कि भारत की गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय है और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को पाकिस्तान के खिलाफ क्रिकेट विश्व कप के सेमीफाइनल के लिये अपने आक्रमण की धार पैनी करनी होगी.
गावस्कर ने ईएसपीएन स्टार स्पोर्ट्स से कहा, ‘गेंदबाजी अब भी चिंता का विषय है. जहीर खान बढ़िया खेल रहे हैं लेकिन नयी गेंद से खेलने वाले दूसरे गेंदबाज में पैनापन मौजूद नहीं हैं. मुनाफ पटेल कोशिश कर रहा है लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है.’
उन्होंने कहा, ‘आर अश्विन और हरभजन सिंह वैसी ही गेंदबाजी कर रहे हैं जैसी वे आमतौर पर करते हैं तथा युवराज सिंह विकेट हासिल कर रहे हैं. एक खराब स्पैल और नियमित गेंदबाज की कमी इससे पूरी हो जाती है. लेकिन अब सेमीफाइनल और फाइनल जैसे राउंड बचे हैं. भारतीय टीम कई खराब ओवर बर्दाश्त नहीं कर सकती.’
आस्ट्रेलिया पर बीती रात पांच विकेट की जीत के नायक युवराज सिंह ने अभी तक विश्व कप में 11 विकेट चटकाये हैं और 341 रन बनाये हैं. गावस्कर को लगता है कि यह प्रतिभाशाली क्रिकेटर भारत का वास्तविक आल राउंडर कहलाने का हकदार है.{mospagebreak}
गावस्कर ने कहा, ‘वह (युवराज) भारत के वास्तविक आल राउंडर का हकदार है . वह विकेट हासिल कर रहा है. वह क्षेत्ररक्षण में भी अपने पसंदीदा बैकवर्ड प्वाइंट स्थान पर वापस आ गया है. वह फिर से जोशीला क्रिकेटर बन गया है. उन्होंने साथ ही धोनी के इस महत्वपूर्ण मैच के लिये यूसुफ पठान की बजाय बायें हाथ के बल्लेबाज सुरेश रैना को चुनने के फैसले का समर्थन किया.
रैना ने 28 गेंद में 34 रन बनाये और बीती रात मोटेरा की धीमी पिच पर 261 रन का लक्ष्य हासिल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभायी और युवराज के साथ 74 रन जोड़े.
गावस्कर ने कहा, ‘आस्ट्रेलिया के खिलाफ मैच से पहले उनका टीम में शामिल किया जाना सही था. हमने रैना को एक दिवसीय मैचों में पांचवे-छठे नंबर पर बल्लेबाजी करते देखा है. वह टीम की जरूरत के हिसाब से उपरी क्रम में भी बल्लेबाजी के लिये आ जाता है.’