उप महाद्वीप में चल रहा विश्व कप श्रीलंकाई उप कप्तान महेला जयवर्धने के लिये अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से अलविदा लेने का मंच बन सकता है.
जयवर्धने ने कहा कि उनके अंतरराष्ट्रीय कैरियर के भविष्य का फैसला उनकी फिटनेस के स्तर से ही होगा. उन्होंने कहा, ‘मैं निश्चित रूप से खुद को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में धकेलना नहीं चाहता. मैं तब तक खेलूंगा जब तक मैं इसका लुत्फ उठा रहा हूं, मेरे अंदर खेलने की भूख है और अपनी टीम के लिये योगदान दे रहा हूं.’
जयवर्धने ने कहा, ‘यह मेरा चौथा और शायद हो सकता है अंतिम विश्व कप है. लेकिन यह फार्म, फिटनेस और 2015 में चयनकर्ताओं की योजना पर निर्भर करता है.’ दायें हाथ के इस 33 वर्षीय बल्लेबाज ने वेस्टइंडीज में 2007 विश्व कप में श्रीलंका को फाइनल तक पहुंचाया था जिसमें उन्हें आस्ट्रेलिया से हार का मुंह देखना पड़ा था और उनकी 1996 विश्व कप खिताबी जीत को दोहराने की उम्मीदें समाप्त हो गयी थीं.
जयवर्धने ने कहा, ‘2007 में हम काफी अच्छा खेले थे और 1996 विश्व कप खिताबी जीत दोहराने के करीब आ गये थे. हमारे कुछ सुपरस्टार (सनथ जयसूर्या और चमिंडा वास) भी चले गये लेकिन हमारी टीम में काफी प्रतिभाशाली क्रिकेटर मौजूद हैं.’