पूर्व भारतीय कप्तान अनिल कुंबले व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं का हवाला देकर लुभावनी इंडियन प्रीमियर लीग से हट गये और अब रायल चैलेंजर्स बेंगलूर (आरसीबी) टीम के मुख्य संरक्षक की भूमिका निभाएंगे.
कुंबले का यह फैसला खिलाड़ियों की बेंगलूर में शनिवार और रविवार को होने वाली नीलामी से सिर्फ तीन दिन पहले आया है.
पहले ही टेस्ट और एकदिवसीय क्रिकेट को अलविदा कह चुके कुंबले ने कहा कि वह आठ और नौ जनवरी को होने वाली नीलामी से व्यावसायिक प्रतिबद्धताओं, क्रिकेट प्रशासन और वन्यजीवन से जुड़ाव के कारण हट रहे हैं.
इसका मतलब हुआ कि शीर्ष स्तर पर दो दशक तक खेलने के बाद कुंबले अब खेल के सभी प्रारूपों से संन्यास ले रहे हैं.
इन दिग्गज लेग स्पिनर ने आईपीएल की विज्ञप्ति में कहा, ‘मैं बेंगलूर में आठ और नौ जनवरी 2011 को होने वाली आईपीएल चार की खिलाड़ियों की नीलामी से हटने की इच्छा रखता हूं.’ पिछले साल नवंबर में कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ के अध्यक्ष बने कुंबले ने कहा, ‘मैंने अब तक आईपीएल में खेलने का लुत्फ उठाया और समर्थन के लिए मैं सभी का धन्यवाद देता हूं.’ {mospagebreak}
आईपीएल से कुंबले के हटने के तुरंत बाद ही आरसीबी ने उन्हें टीम का मुख्य संरक्षक बना दिया और यह पूर्व लेग स्पिनर आईपीएल के चौथे टूर्नामेंट में टीम के मालिक विजय माल्या और सहयोगी स्टाफ के साथ मिलकर काम करेगा.
आरसीबी टीम के मालिक माल्या ने एक बयान में कहा, ‘मैदान के अंदर और बाहर अनिल का नेतृत्व इंडियन प्रीमियर लीग और चैम्पियन्स लीग के पिछले दो सत्र में टीम के लिए काफी अच्छा रहा. मेरा मानना है कि आरसीबी की लीडरशिप टीम में अनिल की मौजूदगी मध्य और दीर्घकाल में हमारी आईपीएल रणनीति को नया आयाम देगी.’
उन्होंने कहा, ‘हमारा मानना है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट और भारतीय कप्तान के रूप में उनका रिकार्ड बेहतरीन है. आईपीएल में उनके नेतृत्व ने आरसीबी को लगातार दो साल शीर्ष तीन में जगह दिलाई.’ माल्या ने कहा, ‘हम आरसीबी को आदर्श फ्रेंचाइजी बनाने के लिए अनिल का योगदान चाहते हैं और मैं आरसीबी के लीडरशिप पैनल में एक बार फिर उनका स्वागज करता हूं.’
आरसीबी में अपनी नयी भूमिका पर प्रतिक्रिया देते हुए कुंबले ने कहा, ‘मैं रायल चैलेजर्स के संरक्षक की भूमिका को लेकर उत्साहित हूं. इस काम के साथ बड़ी जिम्मेदारी उन मानकों को बेहतर करना है जिन्हें रायल चैलेंजर्स पहले ही पिछले दो सत्र में स्थापित कर चुका है. मुझे पूरा भरोसा है कि मैं टीम और प्रशंसकों की उम्मीदों पर खराब उतरूंगा. मैं इस चुनौती के लिए तैयार हूं.’{mospagebreak}
कुंबले का नीलामी से हटने का फैसला हालांकि हैरानी भरा है क्योंकि हाल में उन्होंने नीलामी के लिए अपना आधार मूल्य दो लाख डालर से बढ़ाकर चार लाख डालर किया था.
कुंबले उन 22 खिलाड़ियों में शामिल थे जिन्हें बेंगलूर में होने वाली आईपीएल नीलामी के लिए चार लाख डालर की सर्वाधिक रिजर्व राशि मिली थी. आईपीएल के 2009 और 2010 सत्र में रायल चैलेंजर्स बेंगलूर की कमान संभालने वाले कुंबले को आरसीबी ने इस सत्र के लिए बरकरार नहीं रखा. आरसीबी ने केवल दिल्ली के बल्लेबाज विराट कोहली को अपने साथ बरकरार रखा है.
वर्ष 1990 में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में पदार्पण करने वाले कुंबले ने 2008 में संन्यास लिया और वह टेस्ट (619) और एकदिवसीय (337) क्रिकेट में भारत की ओर से सर्वाधिक विकेट चटकाने वाले गेंदबाज हैं.
कुंबले 2009 में कप्तान बनने के बाद आरसीबी को आईपीएल के फाइनल में ले गये. एक साल बाद उनकी टीम तीसरे स्थान पर रही. उनकी अगुआई में टीम ने दो बार चैम्पियन्स लीग ट्वेंटी20 के लिए क्वालीफाई किया. कुंबले ने आईपीएल के तीन टूर्नामेंटों में 45 विकेट चटकाये. उन्होंने 2009 में 21 जबकि 2010 में 17 विकेट हासिल किये.