रक्षापंक्ति के लचर प्रदर्शन के कारण भारत को ओलंपिक खेलों की हाकी स्पर्धा में बुधवार को न्यूजीलैंड के हाथों 1-3 की शिकस्त के साथ लगातार दूसरी हार का सामना करना पड़ा. आसानी से पेनल्टी कार्नर गंवाने और विरोधी स्ट्राइकरों को सर्किल के अंदर मौका देने के कारण भारतीय डिफेंस ने न्यूजीलैंड को शुरू से ही दबदबा बनाने का मौका दे दिया.
संदीप सिंह के पेनल्टी कार्नर पर दूसरे मिनट में ही गोल दागकर भारत को आगे कर दिया था लेकिन न्यूजीलैंड ने इसके बाद पहले हाफ में एंड्रयू हेवर्ड (12वें मिनट), फिलिप बुरोज (24वें मिनट) और निकोलस विल्सन (29वें मिनट) के गोल की मदद से भारत की जीत दर्ज करने की उम्मीदें तोड़ दी.
भारतीय टीम ने दूसरे हाफ में वापसी की जोरदार कोशिश की और कई मौके भी बनाए लेकिन टीम को गोल करने में कामयाबी नहीं मिली. दो महीने पहले अजलन शाह कप का खिताब जीतने वाला न्यूजीलैंड अपने पहले मैच में दक्षिण कोरिया से 0-2 से हार गया था जबकि भारत को हालैंड के हाथों 2-3 की शिकस्त का सामना करना पड़ा था.
हालैंड की टीम बेल्जियम को 3-1 से हराने के बाद ग्रुप बी में दो मैचों में छह अंक के साथ चोटी पर चल रही है. न्यूजीलैंड ने इससे पहले मलेशिया के इपोह में अजलन शाह कप के दौरान दोनों टीमों के बीच हुए मैच में भी भारत को 5-1 से हराया था.
भारत ने अच्छी शुरूआत की और संदीप सिंह ने दूसरे मिनट में ही अपनी दमदार ड्रैग फ्लिक से गोल दागकर भारत को 1-0 से आगे कर दिया. न्यूजीलैंड ने इसके बाद पलटवार किया और उसे तीसरे मिनट में ही पेनल्टी कार्नर मिल गया. भारतीय टीम पेनल्टी कार्नर पर भाग्यशाली रही जब एंड्रयू हेवर्ड के रिबाउंड पर साइमन चाइल्ड का डिफलेक्शन गोल में नहीं जा सका.
न्यूजीलैंड ने लगातार दबदबा बनाए रखा और इसका फायदा उसे 12वें मिनट में मिला जब भारतीय डिफेंस ने पेनल्टी कार्नर गंवाया जिसे हेवर्ड ने गोल में तब्दील कर दिया. हेवर्ड की तूफानी ड्रैग फ्लिक गोलकीपर भरत छेत्री को छकाती हुई गोल में समा गई. भारत को इसके बाद एक और मौका मिला लेकिन एस के उथप्पा के क्रास पर एसवी सुनील का डिफलेक्शन गोल से दूर रहा.
भारतीय डिफेंस की खामियां इस बीच बार-बार उजागर हुई. बाइसवें मिनट में सरदार सिंह उस समय मुश्किल में घिर गए जब उन्हें न्यूजीलैंड के तीन स्ट्राइकरों का अकेले सामना करना पड़ा लेकिन उन्हें विरोधी टीम के हमले को नाकाम कर दिया. न्यूजीलैंड ने इसके बाद 24वें मिनट में पेनल्टी स्ट्रोक पर 2-1 की बढ़त बना ली. हेवर्ड का पेनल्टी कार्नर शाट इग्नेस टिर्की के शरीर से टकराया जिस पर रैफरी ने न्यूजीलैंड को पेनल्टी स्ट्रोक दिया जिसे फिलिप बुरोज ने गोल में पहुंचा दिया.
धर्मवीर सिंह इसके बाद 27वें मिनट में तुषार खांडेकर के शाट को कब्जे में लेने में नाकाम रहे जिससे भारत ने मौका गंवाया. भारत जब बराबरी करने का प्रयास कर रहा था जब डिफेंस की एक और गलती के कारण 29वें मिनट में न्यूजीलैंड को तीसरा गोल दागने का मौका मिला.
भारतीय डिफेंडर गेंद को क्लियर करने में नाकाम रहे जिससे गेंद शेआ मैकएलीसी के पास पहुंची जिनके बैक पास को विल्सन ने गोल में पहुंचाकर न्यूजीलैंड को 3-1 से आगे कर दिया. मध्यांतर तक न्यूजीलैंड की टीम ने 3-1 की बढ़त को बरकरार रखा. भारत ने दूसरे हाफ में बेहतर खेल दिखाया लेकिन न्यूजीलैंड की टीम पर दबाव बनाने में नाकाम रही.
टीम ने दूसरे हाफ में छेत्री की जगह गोलकीपिंग की जिम्मेदारी पीआर श्रीजेश को सौंपी. भारतीय खिलाड़ियों ने कई बार विरोधी टीम के डिफेंस को भेदा लेकिन अंतिम लम्हों पर गोल करने में नाकाम रहे. छेत्री की जगह उतरे श्रीजेश ने भी विरोधी टीम के कई हमलों को नाकाम किया.
भारत को 57वें मिनट में लगातार दो पेनल्टी कार्नर मिले लेकिन संदीप दोनों ही प्रयासों को गोल में तब्दील करने में नाकाम रहे. भारत को 66वें मिनट में चौथे पेनल्टी कार्नर पर गोल करने का सुनहरा मौका मिला लेकिन वीआर रघुनाथ का शाट गोलपोस्ट से टकराकर बाहर आ गया. भारत को अपना अगला मैच तीन अगस्त को जर्मनी के खिलाफ खेलना है.