स्टार टेनिस खिलाड़ी महेश भूपति ने उन्हें और रोहन बोपन्ना को भारत की डेविस कप टीम से बाहर करने के लिए अखिल भारतीय टेनिस संघ (एआईटीए) को अदालत में घसीटने की धमकी दी है. भूपति यह जानने की कोशिश में जुटे हैं कि राष्ट्रीय महासंघ का कदम वैध है या नहीं.
एआईटीए ने शनिवार को न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की युवा डेविस कप टीम के 3-0 की निर्णायक बढ़त हासिल करने के कुछ घंटो बाद भूपति और बोपन्ना को प्रतिबंधित करने का फैसला किया.
भूपति ने कहा, ‘रोहन 10 साल भारत के लिए खेल चुका है और मुझे अब खेलते हुए लगभग 18 साल हो गए हैं. और इस तरह के फैसले का सामना करना, मैं इसे गलत मानता हूं.’
उन्होंने कहा, ‘हम इस बारे में जानने की कोशिश कर रहे हैं, हमें इस बारे में अभी नहीं पता लेकिन मुझे नहीं लगता है उन्होंने जो किया और जिस तरह से किया वह पूरी तरह से वैध है. इसलिए हम यह जानने की कोशिश कर रहे हें कि उन्होंने जो किया वह सही है या नहीं. बेशक अगर यह कानूनी नहीं है तो हम कार्रवाई करेंगे.’
यह पूछने पर कि क्या एआईटीए का फैसला निजी दुश्मनी के कारण है, भूपति ने कहा, ‘हां, ऐसा लगता है.’
उन्होंने कहा, ‘यह मेरे और संघ तथा इसके प्रमुखों के बीच वर्षों से चल रहा है. मैं निराश हूं और मुझे डर है कि मेरा मित्र और जोड़ीदार रोहन इस गंदे खेल में फंस गया है.’
एआईटीए ने लंदन ओलंपिक में लिएंडर पेस के जोड़ीदार के रूप में महेश भूपति को चुना था लेकिन उन्होंने और बोपन्ना दोनों ने उनके साथ जोड़ी बनाने से इनकार कर दिया. उन्होंने इसकी जगह एआईटीए को लंदन खेलों में उनकी जोड़ी बनाने के लिए बाध्य किया.
एआईटीए तब उनकी मांग के आगे झुक गया था लेकिन अब उसने कार्रवाई करते हुए कहा कि वह अनुशासनहीनता बर्दाश्त नहीं करेगा.