भारत की महिला बॉक्सर एमसी मैरीकॉम को लंदन ओलंपिक में सेमीफाइनल मुकाबले मे हार का सामना करना पड़ा. इसके साथ उन्हें कांस्य पदक से संतोष करना पड़ेगा.
महिला मुक्केबाज एम सी मैरी कॉम बुधवार को ग्रेट ब्रिटेन की निकोला एडम्स से 6-11 से हार गई.
एमसी मैरीकॉम ओलंपिक की मुक्केबाजी प्रतियोगिता के 51 किलोग्राम भार वर्ग में कांस्य पदक मिलेगा.
मैरी कॉम को सेमीफाइनल के सफर में अब तक कोई बड़ी चुनौती नहीं मिली थी. उन्होंने प्री क्वार्टर फाइनल में पोलैंड की कैरोलिना मिचालजुक को 19-14 और फिर क्वार्टरफाइनल में ट्यूनिशिया की मारोआ रहाली को 16-6 से पराजित कर कांस्य पदक पक्का किया था.
मैच के नतीजे पर पूर्व ओलंपियन अंजली भागवत ने कहा कि भले ही मैरी कॉम सिर्फ कांस्य पदक जीतने में कामयाब रही हों. पर वे एक रोल मॉडल साबित हुईं हैं. उन्होंने देश की लड़कियों को नई राह दिखाई है.
लंदन से आजतक के खेल संपादक समीप राजगुरु ने बताया कि कद-काठी में मैरी कॉम से ज्यादा बड़ी ब्रिटेन की निकोला एडम्स पूरी मैच में भारतीय बॉक्सर पर हावी रहीं. एडम्स ने अपने कद का फायदा उठाया.
समीप राजगुरु ने कहा कि चाहे का मैच का नतीजा जो भी रहा हो लंदन में मैरी कॉम को काफी सम्मान मिला. भले ही वो इसी देश की खिलाड़ी के खिलाफ मुकाबले में उतरी थीं. पर उनका प्रोत्साहन करने में ब्रिटेन के प्रशंसक भी पीछे नहीं थे.