शेन वाटसन ने गेंदबाजी के बाद बल्ले से भी जौहर दिखाते हुए राजस्थान को मुंबई पर 10 विकेट की धमाकेदार जीत दिलाकर ट्वेंटी-20 लीग के चौथे सत्र से जीत के साथ विदाई दिलाई.
वाटसन ने 19 रन पर तीन विकेट चटकाने के बाद सिर्फ 47 गेंद में नौ चौकों और छह छक्कों की मदद से नाबाद 89 रन की पारी खेली. उन्होंने राहुल द्रविड़ (नाबाद 43, 32 गेंद में छह चौके) के साथ मिलकर टीम को 13.1 ओवर में ही 134 रन के लक्ष्य तक पहुंचा दिया.
इससे पहले रोहित शर्मा (58) के संकल्पपूर्ण अर्धशतक के बावजूद मुंबई की टीम पांच विकेट पर 133 रन ही बना सकी. यह मैच तेंदुलकर और राजस्थान के कप्तान शेन वार्न के बीच किसी भी प्रतिस्पर्धी मैच में आखिरी जंग भी थी. यह अंतिम घमासान हालांकि फीका रहा जब तेंदुलकर इस पूर्व ऑस्ट्रेलियाई स्पिनर की सात गेंद में सात रन बनाने के बाद अमित सिंह की गेंद पर पवेलियन लौट गये.
ट्वेंटी-20 लीग चार के प्ले आफ की दौड़ से पहले ही बाहर हो चुकी राजस्थान की टीम के लिए यह मैच सम्मान का मैच था और उसने इस जीत के साथ लगातार चार हार के क्रम को भी तोड़ दिया. टीम 14 मैचों में छह जीत, सात हार और एक बेनतीजा मैच से 13 रन जुटाकर छठे स्थान पर रही. दूसरी तरफ लगातार तीसरी शिकस्त के बाद मुंबई की टीम की मुश्किलें बढ़ गई हैं. उसके 13 मैचों में 16 अंक है और टीम चौथे स्थान पर है.
अब उसे प्ले आफ में पहुंचने के लिए 22 मई को कोलकाता के खिलाफ अंतिम लीग मैच में हर हाल में जीत दर्ज करनी होगी. शनिवार को हैदराबाद के खिलाफ पंजाब की हार भी मुंबई को प्ले आफ में पहुंचा सकती है. लेकिन ये दोनों ही मामले नहीं होने पर प्ले आफ में जाने वाली टीम का फैसला नेट रन गति से हो सकता है.
उन्होंने चौथे ओवर में श्रीलंका के दिग्गज गेंदबाज लसिथ मलिंगा का स्वागत दो चौकों के साथ किया. द्रविड़ ने इस बीच अच्छे सहयोगी की भूमिका निभाई और वाटसन को स्ट्राइक देने को तरजीह दी. वाटसन ने छठे ओवर में भी मलिंगा पर दो चौके और छक्का जड़ने के बाद अगले ओवर में धवल कुलकर्णी पर भी चौका और छक्का मारा. उन्होंने इसी ओवर में दो रन के साथ 30 गेंद में अर्धशतक पूरा किया.
वाटसन ने आठवें ओवर में गेंदबाजी में वापसी करने वाले हरभजन पर लगातार तीन चौके भी जड़े. आठ ओवर में केवल 11 गेंद का सामना करने वाले द्रविड़ ने नौवें ओवर में कीरोन पोलार्ड पर मैच का अपना पहला चौका जड़ा. उन्होंने इसी गेंदबाज के अगले ओवर में चौके के साथ 10.3 ओवर में टीम का स्कोर 100 रन के पार पहुंचाया.
द्रविड़ बल्लेबाज ने मुनाफ के अगले ओवर में भी दो चौके मारे जबकि वाटसन ने मलिंगा पर मैच का अपना छठा छक्का जड़ा. द्रविड़ ने इसके बाद जेम्स फ्रेंकलिन की गेंद पर चार रन के साथ टीम को जीत दिलाई. इससे पहले रोहित ने कप्तान सचिन तेंदुलकर (31) के साथ तीसरे विकेट के लिए 48 और कीरोन पोलार्ड (20) के साथ चौथे विकेट के लिए 53 रन की साझेदारी करके टीम को सम्मानजनक स्कोर तक पहुंचाया. तेंदुलकर और रोहित ने इसके बाद पारी को संभाला.
तेंदुलकर को लय में बल्लेबाजी करने में दिक्कत हुई और वह भाग्यशाली रहे जब मैच की दूसरी ही गेंद पर अंपायर ने बायें हाथ के स्पिनर अंकित चव्हाण की पगबाधा की विश्वसनीय अपील ठुकरा दी. मुंबई का कप्तान इसी गेंदबाज के सातवें ओवर में भी पगबाधा आउट होने से बचा. रोहित ने हालांकि स्वच्छंद होकर बल्लेबाजी की. उन्होंने वाटसन और अंकित की गेंद को सीमा रेखा तक पहुंचाया.
दर्शकों को नौवें ओवर में वार्न और तेंदुलकर की जंग देखने का मौका मिला. तेंदुलकर ने पहले ओवर की दोनों गेंदों पर आसानी से एक रन जुटा लिया. भारतीय दिग्गज ने वार्न के अगले ओवर में पांच गेंद का सामना करते हुए पांच रन बटोरे. वार्न ने 12वें ओवर में गेंद अमित को थमाई.
तेंदुलकर ने इस गेंदबाज का स्वागत चौके के साथ किया लेकिन वह अगली गेंद को कट करने की कोशिश में थर्ड मैन पर वाटसन को आसान कैच थमा बैठे. उन्होंने 35 गेंद की अपनी पारी में तीन चौके मारे. तेंदुलकर की जगह क्रीज पर उतरे पोलार्ड को भी धीमी पिच पर बल्लेबाजी करने में दिक्कत हुई लेकिन रोहित ने अमित के अगले ओवर में चौका और फिर पुल शाट से छक्का जड़कर अपने तेवर दिखाये.
उन्होंने इसके बाद जोहान बोथा पर भी चौका जड़ा. वार्न जब अपना तीसरा ओवर करने आये तो रोहित ने उनकी गेंद पर एक रन के साथ 36 गेंद पर अपना अर्धशतक पूरा किया लेकिन आस्ट्रेलिया के पूर्व दिग्गज स्पिनर ने इस ओवर में केवल पांच रन दिये. अशोक मनेरिया की गेंद पर रोस टेलर ने पोलार्ड का मुश्किल कैच छोड़ा जिसके बाद वेस्टइंडीज के इस आक्रामक बल्लेबाज ने अगली दो गेंद पर चौके जड़े. इससे पहले रोहित ने इसी ओवर में एक रन के साथ 16.1 ओवर में टीम का स्कोर 100 रन तक पहुंचाया.
वाटसन ने पोलार्ड को बोल्ड करके मुंबई को पांचवां झटका दिया. अंतिम ओवर में वार्न खुद गेंदबाजी के लिए उतरे. उनकी पहली ही गेंद पर मनेरिया ने रोहित का आसान कैच छोड़ दिया. जेम्स फ्रेंकलिन (नाबाद 11) ने वार्न की अगली गेंद को चार रन के लिए भेजा लेकिन इस दिग्गज स्पिनर ने चौथी गेंद पर रोहित को पीनल शाह के हाथों स्टंप करा दिया. रोहित ने 47 गेंद का सामना करते हुए पांच चौके और एक छक्का मारा. वार्न की अंतिम गेंद पर फ्रेंकलिन ने एक रन लिया. उन्होंने प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के अपने अंतिम मैच में 30 रन देकर एक विकेट चटकाया. राजस्थान की ओर से अंकित ने किफायती गेंदबाजी करते हुए चार ओवर में केवल 17 रन दिये.