पाकिस्तानी कप्तान शाहिद अफरीदी ने मीडिया की इन रिपोर्टों को बकवास करार दिया कि उनकी टीम नॉकआउट चरण के मैच भारत में नहीं खेलना चाहती है. उन्होंने कहा कि टीम को भारत में खेलने को लेकर किसी तरह का डर नहीं है.
अफरीदी ने कहा, ‘मैंने कभी ऐसा नहीं कहा था कि हम भारत नहीं जाना चाहते. मैंने कभी ऐसा नहीं कहा था.’ उन्होंने कहा, ‘हम यहां विश्वकप खेलने के लिये आये हैं और जहां भी हमें खेलने के लिये जाना पड़े वहां जाएंगे. हमें भारत जाने को लेकर डर नहीं है. मेरा मानना है कि क्रिकेट दोनों देशों के लोगों को हमेशा एक साथ लेकर आया है और यह दोनों देशों के संबंधों में सुधार ला सकता है.’
भारत और पाकिस्तान के बीच अहमदाबाद में क्वार्टर फाइनल होने की संभावना है. मुंबई में 2008 के आतंकी हमले के बाद दोनों देशों के संबंध बिगड़ गये थे. इसके बाद भारत ने पाकिस्तान के साथ कोई द्विपक्षीय श्रृंखला नहीं खेली. अफरीदी ने कहा कि उन्होंने हमेशा भारत में खेलने का लुत्फ उठाया. {mospagebreak}
उन्होंने कहा, ‘मुझे क्रिकेट खेलने का इतना मजा कहीं नहीं आया जितना भारत में आया.’ अपना पहला टेस्ट शतक 1999 में चेन्नई में बनाने वाले अफरीदी ने कहा कि जब दोनों देश आमने सामने होते हैं तो दबाव होता है. उन्होंने कहा, ‘दोनों टीमों पर दबाव रहता है जो भी दबाव झेलने में सफल रहता है वह जीत दर्ज करता है. लेकिन इससे पहले हमें ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ महत्वपूर्ण मैच खेलना है और मेरा मानना है कि हम उन्हें हरा सकते हैं.’
पाकिस्तान के पांच मैच में आठ अंक हैं और यदि वह पिछले चैंपियन ऑस्ट्रेलिया को हरा देता है तो ग्रुप ए में शीर्ष पर रह सकता है.
अफरीदी ने कहा कि पाकिस्तान किसी भी प्रतिद्वंद्वी से नहीं घबराता है. उन्होंने कहा, ‘हम जिस तरह की क्रिकेट खेल रहे हैं उससे हम किसी प्रतिद्वंद्वी या स्थान को लेकर नहीं घबरा रहे हैं चाहे वह भारतीय सरजमीं पर भारत हो या फिर लीग चरण के अंतिम मैच ऑस्ट्रेलियाई टीम हमें कोई परेशानी नहीं है.’ अफरीदी ने इस बीच भारत में आतंकवादी समूहों के खतरे को भी नकार दिया. उन्होंने कहा, ‘हम विषम परिस्थितियों में भी भारत में खेले हैं.’