भारत की चक्का फेंक खिलाड़ी कृष्णा पूनिया ने तय किया है कि वो ओलंपिक के खत्म होने तक लंदन में ही ठहरेंगी और इन खेलों का मजा लेंगी.
दरअसल चार सालों में एक बार होने वाली इस विश्व स्तरीय प्रतिष्ठित प्रतिस्पर्धा का मजा लेने के लिए कुछ एथलीट्स यहीं रुकना पसंद करते हैं. यहां रुककर ये एथलीट्स दुनिया के बेहतरीन एथलीट्स का प्रदर्शन देखकर काफी कुछ सीखने की कोशिश करते हैं. कृष्णा पूनिया ने भी यहीं रुकने का फैसला किया है. हालांकि भारत के लिए पदक जीतकर लाने वाले खिलाड़ी सायना नेहवाल, गगन नारंग और विजय कुमार भारत वापिस लौट आए हैं.
कृष्णा पूनिया यहां रहकर न सिर्फ अन्य प्रतियोगियों का प्रदर्शन देखेंगी बल्कि अपने देश के अन्य प्रतियोगियों का उत्साह भी बढ़ाएंगी. पूनिया ने पिछले हफ्ते हुई पुरुषों की 100 मीटर दौड़ प्रतिस्पर्धा का लुत्फ उठाया. इसके बाद वह विजेंदर सिंह के मुकाबले में आईं और उनकी हौसलाफजाई की.
राष्ट्रमंडल खेलों की स्वर्ण पदक विजेता भारतीय डिस्क्स थ्रोअर कृष्णा पूनिया लंदन ओलंपिक के फाइनल में अच्छा प्रदर्शन नहीं कर पाई थीं और सातवें स्थान पर रहीं थी. पूनिया ने 63.62 मीटर की दूरी तक थ्रो किया, जो कि उनके 64.76 मीटर के सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन से काफी कम है.