उम्र भले ही सचिन तेंदुलकर के पक्ष में नहीं हो लेकिन पूर्व क्रिकेटर संजय मांजरेकर का मानना है कि इस दिग्गज बल्लेबाज के अंदर का खेल अब तक खत्म नहीं हुआ है और वह अब भी शीर्ष स्तर पर रन बनाने में सक्षम हैं.
भारत और न्यूजीलैंड के बीच हाल में संपन्न टेस्ट सीरीज में 40 वर्षीय तेंदुलकर तीनों बार बोल्ड होकर पवेलियन लौटे थे, जिसके बाद कई विशेषज्ञों ने कहा था कि एक स्तरीय बल्लेबाज के रूप में उनका खेल खत्म हो गया है.
मांजरेकर को लगता है कि तेंदुलकर अब भी भारतीय बल्लेबाजी क्रम को काफी कुछ दे सकते हैं और उन्हें नवंबर में दक्षिण अफ्रीका का दौरा करने वाली टीम का हिस्सा होना चाहिए.
उन्होंने कहा, ‘न्यूजीलैंड के खिलाफ तीन पारियों में तेंदुलकर जिस तरह से आउट हुए उससे मुझे कहीं से भी ऐसा नहीं लगता कि अंतरराष्ट्रीय बल्लेबाज के रूप में वह समाप्त हो चुके हैं.’
मांजरेकर के मुताबिक, ‘मैंने तेंदुलकर के बारे में जो भी कुछ बोला मैं पूरी तरह से उसका समर्थन करता हूं कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उसका रन बनाना तभी समाप्त होगा जब वह खेलना छोड़ देगा. तब तक, वह भले ही उतने दबदबे वाला बल्लेबाज नहीं हो जितना हुआ करता था लेकिन फिर भी वह इतना अच्छा बल्लेबाज है कि शीर्ष स्तर पर रन बना सके और भारतीय टीम में योगदान दे सके, विशेषकर टेस्ट क्रिकेट में.’
मांजरेकर ने कहा कि तेंदुलकर पहला बल्लेबाज नहीं है जिसे फुल लेंथ गेंदों के सामने जूझना पड़ा रहा है, उन्होंने हालांकि कहा कि तेंदुलकर के अंदर का जुझारू व्यक्ति निश्चित तौर पर इस समस्या का हल निकाल लेगा.
इस पूर्व भारतीय बल्लेबाज ने कहा कि तेंदुलकर उन मुश्किलों से अच्छी तरह वाकिफ हैं जिनका उम्रदराज बल्लेबाजों को सामना करना पड़ता है और जल्द ही वह इनका जवाब ढूंढ लेगा.